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Nilgiri Crop Exhibition: कॉफी से बना बकरा तो काजू से बना डाला बछड़ा! नीलगिरि में स्थानीय फसलों की अनोखी प्रदर्शनी, देखिए तस्वीरें

नीलगिरी में ग्रीष्मोत्सव का आयोजन तो हर साल होता था लेकिन स्थानीय फसलों की यह प्रदर्शनी पहली बार आयोजित की गई है. इसके पीछे प्रशासन का मकसद यहां की बाग़बानी विरासत के ज़रिए सैलानियों को आकर्षित करना है.

यह प्रदर्शनी एक जून तक चलेगी यह प्रदर्शनी एक जून तक चलेगी

कॉफी बीन्स और कोको बीजों से बनी बकरी, काजू से बना बछड़ा और न जाने कैसी-कैसी आकृतियां. ये आकर्षक प्रतिकृतियां तमिलनाडु के कून्नूर में मौजूद कट्टेरी पार्क में आयोजित पहाड़ी फसलों की प्रदर्शनी का हिस्सा हैं. नीलगिरी में यह आयोजन पहली बार हो रहा है. यहां शुक्रवार को शुरू हुई प्रदर्शनी नीलगिरी के सालाना ग्रीष्मोत्सव का हिस्सा है. इसमें तरह-तरह की स्थानीय फसलें प्रदर्शित की गई हैं. 

क्यों आयोजित की गई प्रदर्शनी?
नीलगिरी में ग्रीष्मोत्सव का आयोजन तो हर साल होता था लेकिन स्थानीय फसलों की यह प्रदर्शनी पहली बार आयोजित की गई है. इसके पीछे प्रशासन का मकसद यहां की बाग़बानी विरासत के ज़रिए सैलानियों को आकर्षित करना है. जब इस प्रदर्शनी की घोषणा की गई थी, तब नीलगिरी कलेक्टर लक्ष्मी भव्या तन्नेरू ने कहा था, “उदाहरण के लिए, हम सुपारी के पत्तों की प्लेट और ताड़ के पत्तों के बक्से आदि का प्रदर्शन करेंगे."
 

कॉफी बीन्स से बनी बकरी

उन्होंने कहा था, "हमारी योजना भीड़ को आकर्षित करने के लिए शो के दौरान एक विशाल ताड़ का ढांचा स्थापित करने की है और हमने लोगों और पर्यटकों की मांग के आधार पर बागान फसलों और उसके उपोत्पादों का शो आयोजित करने का फैसला किया है.” लंबी तैयारी के बाद इस प्रदर्शनी को आखिर अंजाम दिया गया.
 

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काजू से बना बछड़ा

नीलगिरि में बागवानी की संयुक्त निदेशिका सेबिली मेरी इस आयोजन के बारे में समाचार एजेंसी पीटीआई से कहती हैं कि यह प्रदर्शनी सैलानियों के लिए प्रमुख आकर्षण साबित हो सकती है. सेबिली कहती हैं, "आम लोगों के लिए प्रदर्शनी एक जून तक चलेगी. उम्मीद है कि यह नीलगिरि आने वाले सैलानियों का प्रमुख आकर्षण होगी. हम नीलगिरि के कट्टेरी पार्क में पहला प्लांटेशन शो कर रहे हैं." 
 

यह प्रदर्शनी एक जून तक चलने वाली है.

उन्होंने बताया, "हमने चाय, कॉफी, कोको, रबर, खजूर, नारियल और दूसरी फसलों से कई प्रतिकृतियां बनाई हैं. हम इनकी खेती में मददगार सामान बना रहे हैं. प्लांटेशन शो में चार जिले भाग ले रहे हैं." पहले दिन भारी संख्या में स्थानीय लोग और सैलानी प्रदर्शनी देखने पहुंचे. उन्होंने अनोखे तरीके से पहाड़ी फसल दिखाने की तारीफ की. 

क्या बोले सैलानी? 
इस समय सैलानियों का दिल लुभाने की प्रशासन की यह योजना काम आती नज़र आ रही है. ऊटी घूमने आई एक सैलानी कार्तिका ने कहा, "यह मेरी ऊटी की पहली यात्रा है. हमें कट्टेरी पार्क में इस प्रदर्शनी के बारे में जानकारी मिली और हम इसे देखने आ गए. मुझे पहली बार ये फूल और बाकी चीजें देखने को मिल रही हैं. मुझे नारियल के कचरे से बनी सजावट काफी पसंद आई. यह बेहद खूबसूरत है. हमें यहां आकर बेहद मज़ा आया." 
 

प्रशासन इस प्रदर्शनी के ज़रिए ज़्यादा सैलानियों को नीलगिरी की ओर आकर्षित करना चाहता है.

एक अन्य सैलानी ने कहा, "पहली बार प्लांटेशन शो हो रहा है. उन्होंने नारियल से घर बनाया है. इससे गांव का एहसास हो रहा है. यह बेहद खूबसूरत है. यहां सभी सैलानियों को जरूर आना चाहिए." प्रदर्शनी का आयोजन जिला प्रशासन और बागवानी विभाग ने मिल कर किया है. प्रदर्शनी रविवार तक चलेगी.