
दिवाली और छठ पूजा के मौके पर यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए भारतीय रेलवे ने इस साल रिकॉर्ड संख्या में विशेष ट्रेनें चलाने का फैसला किया है. पूरे देश में कुल 12,011 विशेष ट्रेनें संचालित की जा रही हैं, जिनमें से सबसे बड़ी हिस्सेदारी मध्य रेलवे की है.
मध्य रेलवे 19 सितंबर से 30 नवंबर 2025 के बीच 1,998 दिवाली विशेष फेरे (आरक्षित और अनारक्षित दोनों) चला रहा है, ताकि यात्रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा मिल सके. इनमें से 600 से अधिक ट्रेनें मुंबई से हैं.
अब तक 10.68 लाख यात्री कर चुके हैं यात्रा
रेलवे के मुताबिक, 705 फेरे पहले ही पूरे हो चुके हैं, जिनमें 10.68 लाख यात्री यात्रा कर चुके हैं. बाकी 1,293 फेरे नवंबर अंत तक पूरे किए जाएंगे, जिनसे कुल यात्रियों की संख्या 30 लाख से अधिक पहुंचने का अनुमान है. मध्य रेलवे की योजना है कि दिवाली और छठ पूजा के दौरान हर दिन औसतन 15 से अधिक ट्रेनें चलाई जाएं. 26 अक्टूबर के आसपास यह संख्या 24 तक पहुंच जाएगी, ताकि सभी यात्रियों को सीट मिल सके.
मुंबई से बिहार-यूपी के लिए सबसे ज्यादा भीड़
त्योहारी भीड़ का सबसे बड़ा दबाव मुंबई, पुणे और नागपुर से उत्तर भारत जाने वाले यात्रियों पर है. बिहार और उत्तर प्रदेश के लिए जाने वाली ट्रेनों में कुल 58% से अधिक यात्री सफर कर रहे हैं.
बिहार: 464 ट्रेनें, 7.25 लाख यात्री
उत्तर प्रदेश: 470 ट्रेनें, 8.03 लाख यात्री
महाराष्ट्र: 505 ट्रेनें, 6.04 लाख यात्री
राजस्थान: 88 ट्रेनें, 1.60 लाख यात्री
दिल्ली: 92 ट्रेनें, 1.42 लाख यात्री
एलटीटी पर बनाए गए विशेष होल्डिंग एरिया
त्योहार के दौरान स्टेशनों पर भीड़ से निपटने के लिए रेलवे ने मुंबई सीएसएमटी और एलटीटी स्टेशनों पर खास इंतजाम किए हैं. सीएसएमटी पर 1,200 वर्ग मीटर क्षेत्र तैयार किया गया है, जिसमें लगभग 1,500 यात्री सामान के साथ रह सकते हैं. एलटीटी पर 10,000 वर्ग मीटर का बड़ा होल्डिंग एरिया बनाया गया है, जो 10,000 से अधिक यात्रियों को ले जा सकता है. भीड़भाड़ से बचने के लिए आइलैंड प्लेटफॉर्म पर दो ट्रेनें एक साथ खड़ी नहीं की जा रही हैं.
सुरक्षा और व्यवस्था के लिए तैनात अतिरिक्त बल
सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे ने RPF और GRP के अतिरिक्त जवान तैनात किए हैं, CSMT पर 90, LTT पर 70, दादर पर 47, कल्याण पर 66 जवान. इसके अलावा, बिहार जाने वाली ट्रेनों में सुरक्षा के लिए 60 अतिरिक्त एस्कॉर्ट कर्मचारी भी लगाए गए हैं. स्टेशन पर लगातार घोषणाएं की जा रही हैं ताकि यात्रियों को बस और ट्रेन में चढ़ने में परेशानी न हो.
दिवाली पर रेलवे की सबसे बड़ी ऑपरेशन योजना
मध्य रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि यह अभियान रेलवे के इतिहास का सबसे बड़ा त्योहारी परिचालन है. इसका उद्देश्य है, हर यात्री तक सुविधा, सुरक्षा और समय पर ट्रेन पहुंचे. इस साल के अंत तक कुल 30 लाख से अधिक यात्री इन ट्रेनों से घर लौटने की उम्मीद कर रहे हैं. रेलवे का यह प्रयास देशभर में त्योहारी यात्रा को न सिर्फ आसान, बल्कि यादगार भी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है.
-दीपेश त्रिपाठी की रिपोर्ट