पीटीआई के मुताबिक शुक्रवार को इंडिगो एयरलाइन ने चेन्नई एयरपोर्ट पर शाम 6 बजे तक सभी प्रस्थान करने वाली उड़ानों को रद्द कर दिया है. वहीं इससे पहले इंडिगो ने आज दिल्ली से उड़ने वाली 235 उड़ानें को भी रद्द कर दिया है. यह इस साल की सबसे ज्यादा उड़ानों को एक दिन में रद्द करने वाले आंकड़ों में से एक है. अगर मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे बड़े एयरपोर्ट को मिला दें तब करीब आज के दिन में 600 से ज्यादा उड़ानें रद्द कर दी गईं. गुरुवार को भी 550 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुई थी.
चेन्नई एयरपोर्ट का माहौल
सुबह से ही एयरपोर्ट पर भारी अव्यवस्था दखने को मिल रहा है. बोर्डिंग पास होने के बावजूद यात्रियों को टर्मिनल में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. गेट पर ही उन्हें बताया गया कि उनकी उड़ान रद्द कर दी गई है या तो उड़ान बहुत देर से चलेगी. कई लोग सुबह से इंडिगो टिकट काउंटर के बाहर लंबी कतार में खड़े मिलें, तो
वहीं कुछ यात्री रिफंड को लेकर कर्मचारियों से बहस करते दिखे, जबकि कई यात्रियों का कहना है कि उन्हें फ्लाइट स्टेटस की कोई अपडेट नहीं मिल पा रही है.
कुछ यात्रियों के मुताबिक इंडिगो की वेबसाइट कई उड़ानों को टाइम पर दिखाया जा रहा था, लेकिन जब वह एयरपोर्ट पहुंचे तब उन्हें प्रवेश करने से रोक दिया गया. यहां तक की उन्हें फ्लाइट को लेकर कोई जानकारी नहीं थी. समय पर जानकारी न मिलना सबसे बड़ी शिकायत रही.
यात्रियों के अनुभव
इंडिया टुडे के मुताबिक एक यात्री की फ्लाइट 11:40 बजे की थी पर उनके उड़ान को 6:30 बजे तक के लिए टाल दिया गया और इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी. जब वह एयरपोर्ट आए तब उन्हें इसकी जानकारी केवल डिस्प्ले बोर्ड द्वारा मिली. उन्होंने कहा, 'वेबसाइट अपडेट नहीं हो रही. इंडिगो कोई सूचना नहीं दे रहा. जब 2-3 दिन से समस्या चल रही है तो पहले से क्यों नहीं बताया?'
वहीं एक 80 साल के बुजुर्ग यात्री, जो दिल्ली जा रहे थे उन्होंने कहा, 'वेबसाइट पर कुछ नहीं है. कस्टमर केयर से बात करना नामुमकिन है. कॉल उठाते ही नहीं या लाइन हमेशा बिजी आ रही है और मेरा डिजियात्रा स्कैनर भी यहां काम नहीं कर रहा.'
एक 11 साल के बच्चे से बातचीत करने पर उसने बताया कि उसे वॉशरूम जाना था पर सुरक्षा कर्मियों ने उसे वॉशरूम के लिए भी एयरपोर्ट के अंदर जाने नहीं दिया.
एक अन्य यात्री, जो अपने वीजा इंटरव्यू के लिए चेन्नई पहुंचे थें उन्होंने बताया कि उनकी 12:55 की फ्लाइट थी जो ऑनलाइन रद्द नहीं दिख रही थी, लेकिन गेट पर उन्हें रोक दिया गया. उन्होंने आगे बताया कि उन्हें न तो कोई मैसेज दिया गया, न वेबसाइट अपडेट मिला और न कस्टमर केयर का जबाव आया था. अब उनके रिफंड में देरी की जा रही है. कल रात में न उन्हें खाना दिया, न पानी. उन्होंने आगे कहा कि शुक्र है कि हम अपनी बेटी को नहीं लाए, नहीं तो उसके लिए बहुत मुश्किल हो जाता.
इंडिगो की सफाई
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ने इन बड़े पैमाने पर हुए अव्यवस्था के लिए पायलटों की कमी और सर्दियों के शेड्यूल को जिम्मेदार बताया है. एयरलाइन ने कहा कि नए लागू हुए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन के नियमों में कुछ कुछ छूट दी जाए. इसको पूरी तरह से फरवरी 2026 से पहले लागू करना संभव नहीं होगा.