
Kashmir
Kashmir भारत में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए कुआलालंपुर में भारतीय उच्चायोग (High Commission of India) ने मलेशियाई टूरिस्ट के लिए एक नए वीजा का एलान किया है. अब मलेशियाई नागरिकों को 30 दिन के लिए ई टूरिस्ट वीजा दिया जाएगा जिसमें बिना किसी वीजा शुल्क के दो बार एंट्री का प्रोविजन होगा.
ऑनलाइन किया जा सकता है आवेदन
यह पहल 1 जुलाई से लागू हो चुकी है और इसे 30 जून, 2025 तक बढ़ा दिया गया है. पर्यटक वीजा के लिए आधिकारिक सरकारी वेबसाइट Indianvisaonline.gov.in/evisa/tvoa.html के जरिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. ई-पर्यटक वीजा जारी होने के 120 दिनों के भीतर इसे इस्तेमाल करना होगा.
ई-टूरिस्ट वीजा में कोई वीजा फीस नहीं
केवल ई-टूरिस्ट वीजा में कोई वीजा फीस नहीं है. बाकी दूसरे सभी ई-वीजा कैटेगरी जैसे ई-बिजनेस, ई-कॉन्फ्रेंस, ई-मेडिकल, ई-मेडिकल अटेंडेंट, ई-आयुष, ई-इमरजेंसी पर मौजूदा नियम जारी रहेंगे. पहले, ई-वीजा के लिए आवेदन करने के लिए मलेशियाई लोगों को RM465 (US$98) का भुगतान करना पड़ता था.

श्रीलंका-थाईलैंड में भी वीजा फ्री एंट्री
मलेशिया दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाले देश से पर्यटकों को आकर्षित करने की कोशिश कर रहा है. भारतीय पासपोर्ट होल्डर्स अब 30 दिनों तक बिना वीजा के मलेशिया में एंट्री कर सकते हैं. मलेशिया इकोनॉमिक ग्रोथ को सपोर्ट देने के लिए ऐसा किया है. इससे पहले श्रीलंका-थाईलैंड भी वीजा फ्री एंट्री का ऐलान कर चुके हैं.
भारत में घूमने की जगह
भारत में 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं. सभी राज्यों की अलग संस्कृति, ऐतिहासिकता, धरोहर हैं. ऐसे में भारत सदियों से ही पर्यटकों को आकर्षित करता रहा है. कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक के तमाम टूरिस्ट प्लेस विदेशी यात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र रहे हैं. भारतीय पर्यटन स्थलों की सूची में सबसे पहला नाम ताज महल का है. समुदंर की लहरों का लुत्फ उठाने के लिए हर साल लाखों टूरिस्ट गोवा का रुख करते हैं. भारत की राजधानी दिल्ली में सबसे ज्यादा विदेशी पर्यटक आते हैं. कश्मीर भारत का स्वर्ग माना जाता है.