
आधुनिक लाइफस्टाइल हमारी नींद को लगातार प्रभावित कर रही है. देर रात तक स्क्रीन पर समय बिताना, काम का तनाव और अनियमित दिनचर्या इसकी बड़ी वजह हैं. नींद की इस वैश्विक समस्या को अब “स्लीप एपिडेमिक” कहा जा रहा है.
ऐसे समय में गहरी आठ घंटे की नींद अब एक लग्जरी बन गई है, और लोग इसे गर्व से साझा भी कर रहे हैं. यात्रा और वेलनेस जब इतनी गहराई से जुड़ चुके हैं, तो यह कोई आश्चर्य नहीं कि अच्छी नींद की तलाश ने स्लीप टूरिज्म जैसे नए और तेजी से बढ़ते ट्रेंड को जन्म दिया है.
स्लीप टूरिज्म क्या है?
स्लीप टूरिज्म ट्रेवल का एक नया सेक्टर है जहां प्राथमिकता सिर्फ एक अच्छी नींद लेना है. पहले होटलों के दावे “आरामदायक बेड और तकियों की लंबी सूची” तक सीमित रहते थे, लेकिन स्लीप टूरिज्म इससे कहीं आगे है. इसमें पूरा ट्रैवल अनुभव इस तरह तैयार किया जाता है कि नींद की गुणवत्ता सुधरे.
यह एक हफ़्ते का रिट्रीट हो सकता है जहां नींद की कला सिखाई जाती है, मेडिकल-लीडेड प्रोग्राम हो सकता है जिसमें नींद की समस्याओं का इलाज और निदान होता है, या फिर एक आरामदेह ट्रिप हो सकता है जिसमें रोज़ाना स्लीप-इंड्यूसिंग स्पा ट्रीटमेंट्स मिलते हैं.
खास बात यह है कि यह ट्रेंड अब अस्थायी नहीं बल्कि स्थायी है. HTF मार्केट इंटेलिजेंस की 2024 की एक रिपोर्ट के अनुसार, विश्व स्तर पर यह क्षेत्र 690 अरब डॉलर का है और 2024 से 2028 के बीच इसमें और 400 अरब डॉलर की बढ़त होने की संभावना है.
यह ट्रेंड क्यों बढ़ रहा है?
इस ट्रेंड के बढ़ने के पीछे सेहत को 360-डिग्री नजरिए से देखने का दृष्टिकोण है. पहले लोग फिटनेस और डाइट पर ध्यान देते थे, लेकिन अब नींद पर फोकस है. LocalCircles के सर्वे “हाउ इंडिया स्लीप्स” के अनुसार, भारत में 61% लोग हर रात 6 घंटे से भी कम लगातार नींद ले पाते हैं. ऐसे में स्लीप टूरिज्म लोगों को खुद से जुड़ने और शरीर को आराम देने का एक नया तरीका दे रहा है.
स्लीप और ड्रीम एक्सपर्ट चार्ली मॉर्ली ने इस विषय पर चार किताबें लिखी हैं. उनका यह कहना है कि होटल यह समझ चुके हैं कि लोग इन यात्राओं का यूज सिर्फ छुट्टियों के लिए नहीं, बल्कि काम और बच्चों से दूर रहकर अच्छी नींद को प्राथमिकता देने के मौके के रूप में कर रहे हैं.
मॉर्ली ने मैक्सिको के नोमाडे (Nômade, Tulum) और लंदन के किम्पटन फिट्ज़रॉय (Kimpton Fitzroy) जैसे होटलों के साथ स्लीप और ड्रीम प्रोग्राम्स पर काम किया है.
भारत में फेमस हैं ये जगहें
स्लीप टूरिज्म के लिए भारत में ये जगहें फेमस हैं:
आनंदा इन द हिमालयाज, ऋषिकेश
यह वेलनेस रिट्रीट योग निद्रा, शिरोधारा (गर्म तेल की थेरेपी) और स्पा ट्रीटमेंट्स के लिए मशहूर है. हिमालय की शांति भरी वादियां और गाइडेड मेडिटेशन सेशन शरीर की सर्केडियन रिदम को संतुलित करने में मदद करते हैं और नींद की गुणवत्ता को बेहतर बनाते हैं.
आत्मनन वेलनेस रिज़ॉर्ट, मुलशी (महाराष्ट्र)
यहां का “रेस्ट एंड रीजुवेनेशन” प्रोग्राम योग, श्वास अभ्यास, मैग्नीशियम से भरपूर भोजन और स्पा थेरेपी पर आधारित है. इनसे कॉर्टिसोल (तनाव हार्मोन) का स्तर कम होता है. यहां मेहमान वियरेबल डिवाइस की मदद से अपनी नींद में आए सुधार को भी ट्रैक कर सकते हैं.
स्वास्वरा, गोकर्णा (कर्नाटक)
ओम बीच के पास स्थित स्वास्वरा प्रकृति चिकित्सा, आयुर्वेदिक मसाज, आर्ट थेरेपी और टेक-फ्री जीवनशैली पर जोर देता है. यहां मेहमानों को सूर्योदय-सूर्यास्त की लय में जीने और माइंडफुलनेस का अभ्यास करने के लिए प्रेरित किया जाता है, जिससे स्वाभाविक रूप से नींद बेहतर होती है.
वन, देहरादून
वन में माइंडफुलनेस प्रैक्टिस, तिब्बती साउंड हीलिंग और आयुर्वेदिक उपचारों का उपयोग करके गहरी नींद को बढ़ावा दिया जाता है. यहां मेहमान वेलनेस डॉक्टरों से परामर्श कर सकते हैं और नींद सुधारने के लिए व्यक्तिगत कार्यक्रम अपना सकते हैं. साथ ही, यहां की इको-फ्रेंडली जंगलनुमा आर्किटेक्चर अनुभव को और खास बना देती है.
सेहत में निवेश है स्लीप टूरिज्म
स्लीप टूरिज्म सिर्फ एक लग्जरी अनुभव नहीं बल्कि स्वास्थ्य में निवेश है. भारत का वेलनेस टूरिज्म बाजार 6.3% की दर से बढ़ रहा है. यह दिखाता है कि लोग अब ऐसे समग्र और विज्ञान-आधारित अवकाश की ओर आकर्षित हो रहे हैं, जहां से वे सिर्फ तरोताज़ा ही नहीं बल्कि और भी स्वस्थ होकर लौटते हैं.
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