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दक्षिण अफ्रीका में कोरोना की चौथी लहर की शुरुआत, ओमिक्रॉन की दस्तक के बाद लगाया गया लेवल-1 का लॉकडाउन

दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री जो फाहला ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट से ज्यादा मौतें ना हों और इस पर रोक लगायी जा सके. उन्होंने देशवासियों से टीकाकरण कराने का आग्रह किया.

दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन वेरिएंट  दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन वेरिएंट
हाइलाइट्स
  • दक्षिण अफ्रीका का गौतेंग प्रांत ओमिक्रॉन का केंद्र.

  • दक्षिण अफ्रीका में कोरोना की चौथी लहर की शुरुआत.

दक्षिण अफ्रीका में कोरोना की चौथी लहर की शुरुआत हो चुकी है. स्वास्थ्य मंत्री जो फाहला ने शुक्रवार को कहा कि दक्षिण अफ्रीका नए कोरोनावायरस वेरिएंट ओमिक्रॉन के चलते कोविड​​​​-19 संक्रमण की चौथी लहर की चपेट में आ रहा है. दक्षिण अफ्रीका के सात प्रांतों में ओमिक्रॉन वेरिएंट पाया गया है. 

ओमिक्रॉन वेरिएंट पहली बार नवंबर में दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था. जिसके चलते संक्रमण के मामलों में अचानक से वृद्धि हुई. जिसके बाद कई देशों में इसे रोकने के लिए यात्रा प्रतिबंध लगाने के साथ ही कई अन्य उपाय अपनाए गए. चिंताजनक हालात को देखते हुए साउथ अफ्रीका में लेवल वन का लॉकडाउन लगा दिया गया है. इसके साथ ही दक्षिण अफ्रीका में संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ओमिक्रॉन का केंद्र रहे गौतेंग प्रांत में निगरानी के उपायों में तेजी लाने और वायरस के संपर्क में आए लोगों की पहचान के लिए अधिकारियों का एक दल भेजा है. 

देशवासियों से टीकाकरण कराने का आग्रह

दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री जो फाहला ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट से ज्यादा मौतें ना हों और इस पर रोक लगायी जा सके. उन्होंने देशवासियों से टीकाकरण कराने का आग्रह किया. स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा हुए कि देश क्रिसमस पर सख्त लॉकडाउन प्रतिबंध लगाए बिना भी चौथी लहर पर लगाम लगा सकता है. 

इससे पहले दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने आशंका जताई थी कि अगर सभी प्रांतों में ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले बढ़ते रहे तो देश जल्द ही चौथी लहर में प्रवेश कर सकता है. उन्होंने रविवार शाम को अपने भाषण में कहा, “कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के कारण संक्रमणों की संख्या बढ़ गई है.अगर मामलों में बढ़ोतरी जारी रहती है तो हम अगले कुछ हफ्तों में चौथी लहर में पहुंच जाएंगे.” राष्ट्रपति ने कहा, “सरकार ने एक कार्यदल का गठन किया है जो कुछ गतिविधियों और स्थानों में अनिवार्य टीकाकरण की शुरूआत पर व्यापक रूप से विचार-विमर्श करेगा.”

ओमिक्रॉन को WHO ने चिंताजनक वेरिएंट के रूप में सूचीबद्ध किया है. वैज्ञानिक अभी भी यह पता लगाने के लिए डेटा इकट्ठा कर रहे हैं कि ओमिक्रॉन कितना संक्रामक है और इससे होने वाली बीमारी की गंभीरता क्या है. दक्षिण अफ्रीका में 24 नवंबर को ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया था. अब तक दुनियाभर के कम से कम 24 देशों में ओमिक्रॉन के मामले सामने आ चुके हैं.