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Google Doodle: आज का गूगल डूडल खास, James Webb Space Telescope की ऐतिहासिक उपलब्धि को गूगल ने किया सेलिब्रेट

Google Doodle: आज का गूगल डूडल खास है. नासा ने जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप की ली गई तस्वीरों को जारी किया है. इसी उपलब्धि को गूगल ने डूडल बनाकर सेलिब्रेट किया है.

गूगल डूडल गूगल डूडल
हाइलाइट्स
  • JWST पर आज का गूगल डूडल

  • JWST की उपलब्धि को गूगल ने किया सेलिब्रेट

आज का गूगल डूडल बेहद खास है. गूगल ने डूडल बनाकर जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप की ली गई ब्रह्मांड की सबसे हाई रेजोल्यूशन वाली रंगीन तस्वीर का जश्न मनाया है. यह मानवता के सबसे बड़े इंजीनियरिंग कामों में से एक है. JWST अब तक का सबसे बड़ा, शक्तिशाली और सबसे जटिल इंफ्रारेड टेलीस्कोप है. लॉन्चिंग के 6 महीने के बाद नासा ने JWST की ली गई पहली तस्वीर जारी की है.

किसके नाम पर है टेलीस्कोप का नाम-
JWST का नाम नासा के दूसरे प्रशासक जेम्स ई वेब के नाम पर रखा गया है. जिन्होंने अपोलो मिशन की अगुवाई की थी. इस मिशन के तहत सबसे पहले चांद पर इंसान को उतारा गया था. टेलीस्कोप को 25 दिसंबर 2021 को फ्रेंच गुयाना के गुयाना स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया था. इस टेलीस्कोप को धरती से 9 लाख 40 हजार मील दूर अपनी कक्षा में पहुंचने के लिए एक महीने का वक्त लगा. नासा की JWST योजना में यूरोपीय स्पेस एजेंसी और कनाडाई स्पेस एजेंसी का सहयोग मिला.

स्पेस को जानने का मिलेगा मौका-
JWST की तस्वीरों से खलोगविदों को ब्रह्मांडीय इतिहास के हर फेज का अध्ययन करने का मौका मिलेगा. इससे हमारी गैलेक्सी से बाहर के रहस्य को जानने का मौका मिलेगा. नासा का लक्ष्य शुरुआती यूनिवर्स, आकाशगंगाओं, स्टार लाइफ के साथ दूसरी दुनिया को जानना है. JWST बिग बैंग के 400 मिलियन बाद बनी आकाशगंगाओं से आने वाले प्रकाश का भी निरीक्षण करने में सक्षम है. इतना ही नहीं, इस टेलीस्कोप से दूसरे ग्रहों पर ऑक्सीजन और कार्बनिक अणुओं का पता लगाया जा सकता है.
JWST के जरिए हमें इस सवाल का जवाब ढूंढने में मदद मिलेगी कि क्या हम ब्रह्मांड में अकेले हैं. इससे फ्यूचर में और अधिक वैज्ञानिक सफलताओं के रास्ते खुलेंगे. स्पेस, टाइम और खगोलीय पिंडों के बारे में और भई जानकारी मिलेगी.

नासा ने जारी की 5 तस्वीरें-
नासा ने जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप से ली गई 5 तस्वीरें जारी की है. इस टेलीस्कोप ने वैज्ञानिकों को डीप स्पेस की कलर इमेज और स्पौक्ट्रोस्कोपित डाटा मुहैया कराया है. JWST की लाइफ 10 साल बताई गई है. हालांकि वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि ये 20 साल तक काम करेगा. इस प्रोजेक्ट पर 900 करोड़ डॉलर खर्च हुए हैं.

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