
अमेरिका के पॉपुलर डांसर और कोरियोग्राफर विल्ली निंजा को गूगल ने डूडल बनाकर याद किया. गूगल ने एक डूडल वीडियो शेयर किया है. 47 सेकंड के इस डूडल में निंजा के आइकॉनिक डांस मूव्स को दिखाया गया है. इस डांसर को वोगिंग का गॉडफादर के तौर पर पहचाना जाता है. साल 1990 में आज के दिन यानी 9 जून को ही डॉक्यूमेंट्री पेरिस इज बर्निंग रिलीज हुई थी. इसमें विल्ली और द आइकॉनिक हाउस ऑफ निंजा को दिखाया गया था. इस डॉक्यूमेंट्री को NewFest New York LGBT Film Festival में रिलीज किया गया था. यह डूडल वीडियो रॉब गिलियम बनाया है और Xander Opiyo ने इसे एडिट किया है. इस वीडियो के कलाकार इस समय हाउस ऑफ निंजा के सदस्य हैं.
कौन थे विल्ली निंजा-
विल्ली निंजा अमेरिका के पॉपुलर डांसर थे. 12 अप्रैल 1961 को न्यूयॉर्क में उनका जन्म हुआ था. उनका पूरा नाम विलियम रोसको लीक था. वो फ्लशिंग में अपनी मां के साथ पले-बढ़े. मां ने उनकी समलैंगिक पहचान का समर्थन किया. विल्ली का अपना खुद का डांस स्टाइल था. उनका डांस और कोरियोग्राफी पूरी दुनिया में फेमस हुई. उनको वोगिंग का गॉडफादर कहा जाता है. विल्ली निंजा 45 साल की उम्र में साल 2006 में मौत हो गई.
मां से निंजा को मिला समर्थन-
निंजा की मां उनको अपोलो थिएटर ले जाती थी और उनकी रूचि को प्रोत्साहित करती थीं. हालांकि उनकी आर्थिक हालत ऐसी नहीं थी कि उनको महंगी डांस क्लास ज्वाइन करा सकें. विल्ली ने वोगिंग में महारत हासिल की. वोगिंग एक डांस फॉर्म है, जो काफी जटिल है और हार्लेम बॉलरूम सीन से उभरा. यह एलजीबीटीक्यू और लैटिन लोगों के लिए खुद को अभिव्यक्ति करने और एकजुटता दिखाने का एक सुरक्षित जगह थी.
विल्ली निंजा को मिला स्टारडम-
विल्ली ने एक नया डांस फॉर्म विकसित किया, जो मिस्त्र की चित्रलिपि और मार्शल आर्ट से प्रेरित थी. 90 के दशक में विल्ली ने फिल्म, म्यूजिक वीडियो और लग्जरी रनवे शो के हिस्सा बने और दुनियाभर में स्टारडम हासिल किया. उनके मूव्स मैडोना से लेकर जीन पॉल गॉल्टियर तक से प्रेरित थे. निंजा ने कई वीडियो में एक्टिंग की. साल 1994 में 'हॉट' रिलीज किया. उन्होंने जीन-पॉल गॉल्टियर के लिए भी मॉडलिंग की. साल 2006 में द पेरिस इज बर्निंग डॉक्यूमेंट्री रिलीज हुई. इस डॉक्यूमेंट्री से निंजा के डांस फॉर्म को शोहरत मिली.
हाउस ऑफ निंजा की स्थापना-
निंजा से ज्यादातर काले और लैटिन बॉलरूम प्रतिभागी से जुड़े. जिनको उनके परिवार और रिश्तेदारों ने अस्वीकार कर दिया था. इस तरह से ये घर बड़ा बनता गया. साल 1982 में विल्ली निंजा ने हाउस ऑफ निंजा नाम से एक समुदाय की स्थापना की. फेमस होने के बाद भी विल्ली इस समुदाय का समर्थन और मार्गदर्शन करते रहे. विल्ली ने एचआईवी के रोकथाम के लिए जारूकता बढ़ाने को लेकर भी काम किया.
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