
सिलिकॉन वैली की भारतीय-अमेरिकी निवेशक और रिपब्लिकन पार्टी की इकलौती मेगाडोनर आशा जडेजा मोटवानी ने एक ट्वीट के जरिए भारत को सलाह दी कि वह डोनाल्ड ट्रंप को ‘थैंक्यू’ कहे और उनके साथ सीधा संवाद करे.
आशा मोटवानी की सलाह
अमेरिका में भारतीय-अमेरिकी निवेशक आशा जडेजा मोटवानी ने एक ट्वीट के जरिए भारत-अमेरिका रिश्तों पर नई बहस छेड़ दी. सिलिकॉन वैली की मशहूर उद्यमी और रिपब्लिकन पार्टी की इकलौती भारतीय-अमेरिकी मेगाडोनर मोटवानी ने भारत को सलाह दी कि वह डोनाल्ड ट्रंप के साथ सीधा संवाद करे और उनकी शांति पहलों के लिए आभार जताए.
मोटवानी ने अपने ट्वीट में लिखा, “प्रिय भारत: पाकिस्तान को अपनी रणनीतिक ताकत हरगिज न सौंपें! 25 साल की मेहनत के बाद हमने अमेरिका के साथ जो सामरिक शक्ति बनाई है, उसे किसी भी हाल में बर्बाद नहीं करना चाहिए.”
मोटवानी ने भारत को कुछ सलाह दीं:
कौन हैं आशा मोटवानी?
आशा जडेजा मोटवानी सिलिकॉन वैली की एक मशहूर निवेशक और परोपकारी हैं, जिन्होंने गूगल में शुरुआती निवेश किया था. उनके दिवंगत पति, प्रोफेसर राजीव मोटवानी, गूगल के संस्थापकों लैरी पेज और सर्जी ब्रिन के मेंटर थे. फेडरल इलेक्शन रिकॉर्ड के अनुसार, मोटवानी ने 31 मई 2024 को रिपब्लिकन नेशनल कमिटी को 1,23,900 डॉलर (लगभग 1 करोड़ रुपये) का दान दिया.
मोटवानी की मोटवानी जडेजा फैमिली फाउंडेशन भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देती है. वह 7-11 जनवरी 2025 को लास वेगास में होने वाले कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो (CES) में इंडिया पवेलियन की मेजबानी कर रही हैं, जहां 10 भारतीय स्टार्टअप्स अपनी प्रतिभा दिखाएंगे. मोटवानी भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने की पक्षधर हैं और मानती हैं कि भारत का विशाल बाजार अमेरिका के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है.
सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रिया
हालांकि, मोटवानी की सलाह ने सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं बटोरीं. कुछ ने उनकी पहल की तारीफ की, तो कुछ ने सवाल उठाए कि वह भारत को सलाह देने के बजाय ट्रंप से बात करें. एक यूजर ने लिखा, “भारत के लिए इतना चिंता है, तो वापस आकर मातृभूमि की सेवा करें.”