Ebrahim Raisi and Helicopter Crash Site
Ebrahim Raisi and Helicopter Crash Site ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलिकॉप्टर हादसे में मौत हो गई है. इस्लामिक रिपब्लिक न्यूज एजेंसी (IRNA) के मुताबिक राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन की हादसे में मौत हो गई है. IRNA के मुताबिक ईरानी रेड क्रिसेंट सोसाइटी के प्रमुख का कहना है कि उत्तर-पश्चिम ईरान के जिस जगह पर राष्ट्रपति रईसी का हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हुआ, वहां पर कोई भी जीवित नहीं मिला.
रविवार को हुआ था हादसा-
राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी रविवार को दोपहर को वरजकान क्षेत्र में हादसे का शिकार हो गया था. इस हेलिकॉप्टर में राष्ट्रपति रईसी के साथ ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर मालेक रहमती और धार्मिक लीडर मोहम्मद अली आले-हाशेम सवार थे. हादसा उस समय हुआ, जब राष्ट्रपति रईसी एक बांध के उद्घाटन समारोह से लौट रहे थे.
पीएम मोदी ने जताया दुख-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति डॉ. सैयद इब्राहिम रईसी की मौत पर दुख जताया है. पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा कि ईरान के राष्ट्रपति रईसी के दुखद निधन से गहरा दुख और सदमा लगा है. भारत-ईरान के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा. उनके परिवार और ईरान के लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना. दुख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है.
काफिले में थे 3 हेलिकॉप्टर-
राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के काफिले में तीन हेलिकॉप्टर शामिल थे. जिसमें से दो हेलिकॉप्टर सेफ लौट गए. लेकिन रईसी का हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया. हादसे के बाद रईसी का हेलिकॉप्टर पूरी तरह से जल गया था. हादसे के बाद लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था. इस काम में 40 टीमें लगाई गई थीं. सर्च ऑपरेशन में तुर्की ने भी मदद की. तुर्की ने अपना नाइट विजन हेलिकॉप्टर रेस्क्यू टीम ईरान भेजा था. हादसे के 17 घंटे बाद रेस्क्यू टीमें क्रैश साइट पर पहुंची थी.
कहां हुआ हादसा-
हादसा तेहरान से 600 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में अजरबैजान प्रांत की सीमा पर जोल्फा के पास हुआ. हेलिकॉप्टर सुंगुन नामक तांबे की खदान के पास हादसे का शिकार हुआ. ईरानी मीडिया के मुताबिक हादसे का शुरुआती कारण खराब मौसम को बताया गया है. बताया जा रहा है कि घने कोहरे की वजह से हादसा हुआ है.
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