
ईरान और इजरायल के बीच युद्ध में चल रहा है. इस बीच इजरायल लगातार ईरान के परमाणु ठिकानों को तबाह करने की कोशिश कर रहा है. हालांकि ईरान के पास एक ऐसा परमाणु ठिकाना है, जिसे जानते हुए भी इजरायल तबाह नहीं कर पा रहा है. ईरान का ये ठिकाना सबसे सेफ है. इजरायल बम या मिसाइल से भी इस ठिकाने को तबाह नहीं कर सकता है, क्योंकि ये परमाणु ठिकाना जमीन से 300 फीट नीचे है. इस ठिकाने को तबाह करने वाला हथियार सिर्फ अमेरिका के पास है.
कहां है फोर्डो परमाणु ठिकाना-
ईरान के पवित्र शहर कोम के पास पहाड़ के भीतर छिपा एक परमाणु अड्ढा है. इसको फोर्डो ईंधन संवर्धन संयंत्र कहा जाता है. यह जगह कोम से 30 किलोमीटर और तेहरान से 160 किलोमीटर दूर फोर्डो गांव के पास है. यह ठिकाना जमीन से 300 फीट नीचे है. यह चट्टानों को अंदर बना है. यह दुनिया के सबसे सुरक्षित परमाणु ठिकानों में से एक है. इजरायल ने ईरान के कई परमाणु ठिकानों पर हमला किया है. लेकिन पहाड़ों के नीचे छिपे फोर्डो तक नहीं पहुंच पा रहा है. क्योंकि उसके पास इन चट्टानों को भेदने वाला हथियार नहीं है.
दुनिया को फोर्डो के बारे में कैसे पता चला?
साल 2000 के दशक में फोर्डो का कंस्ट्रक्शन शुरू हुआ था. इसके निर्माण का मकसद परमाणु हथियार विकसित करना था. काफी समय तक दुनिया इससे अनजान थी.
फोर्डो प्लांट साल 2009 में दुनिया के सामने आया था. उस समय पश्चिमी देशों की खुफिया एजेंसियों ने इसका पर्दाफाश किया था. फोर्डो एक बंकर जैसा है, इसे पारंपरिक बम से नहीं भेदा जा सकता है. साल 2015 के परमाणु समझौते में फोर्डो में संवर्धन की अनुमति नहीं थी, लेकिन अब वहां करीब 2000 हाईटेक आईआर-6 सेंट्रीफ्यूज काम कर रहे हैं, जिनमें 350 यूरेनियम को 60 फीसदी शुद्धता तक संवर्धित करते हैं.
अमेरिका कर सकता है तबाह-
फोर्डो प्लांट दुनिया के सबसे सेफ परमाणु ठिकानों में से एक है. यह ठिकाना पहाड़ के इतना अंदर है कि इसको तबाह करना इजरायल के बस की बात नहीं है. इस ठिकानों को तबाह करने वाला बम अमेरिका के पास है. जेबीयू 57 मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर से ही इस पहाड़ को भेदा जा सकता है. इस बम को गिराने के लिए B-2 स्टील्थ बॉम्बर प्लेन की जरूरत होती है. लेकिन ये बम और प्लेन इजरायल के पास नहीं है. इसलिए अगर इजरायल ईरान के इस ठिकाने को तबाह करना चाहता है तो उसे अमेरिका की मदद की जरूरत पड़ेगी.
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