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Supreme Leader of Iran: ईरान में कैसे होता है सर्वोच्च लीडर का चुनाव, कौन हो सकता है खामेनेई का उतराधिकारी? जानें सबकुछ

ईरान में सुप्रीम लीडर के चुनाव की प्रक्रिया बेहद गोपनीय होती है. सुप्रीम लीडर का चुनाव असेंबली ऑफ एक्सपर्ट्स करती है. इसमें 88 मेंबर्स होते हैं. ज्यादातर आम सहमति से ही सुप्रीम लीडर का चुनाव होता है. लेकिन अगर आम सहमति नहीं बनती है तो सुप्रीम लीडर बनने के लिए कम से कम 45 वोट चाहिए होते हैं.

Ayatollah Ali Khamenei (Photo/Instagram) Ayatollah Ali Khamenei (Photo/Instagram)

ईरान और इजरायल के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. दोनों लगातार एक-दूसरे पर हमले कर रहे हैं. इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू खुलेआम ईरान के सर्वोच्च लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई की हत्या की धमकी दे रहे हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि अगर खामेनेई ईरान की सत्ता से हटते हैं तो उनकी जगह कौन ले सकता है? उनका उत्तराधिकारी कौन हो सकता है? इतना ही नहीं, आखिर ईरान में सर्वोच्च लीडर का चुनाव कैसे होता है. चलिए आपको इन सवालों के जवाब बताते हैं.

कौन होता है सुप्रीम लीडर?
ईरान में सुप्रीम लीडर एक धार्मिक शीर्ष नेता होता है. ये कोई राजनीतिक व्यक्ति नहीं होता है. उनको अयातुल्ला कहा जाता है. ईरान में ये पद उनको ही मिलता है, जो धार्मिक रूप से उच्च स्तर पर हो. ईरान में सुप्रीम लीडर के पास सबसे ज्यादा ताकत है. सुप्रीम लीडर आर्मी, न्यायपालिका और विदेश नीति समेत तमाम फैसलों पर अंतिम मुहर लगाता है.

कैसे होता है सुप्रीम लीडर का चुनाव?
ईरान में सुप्रीम लीडर का चुनाव उस समय होता है, जब किसी सुप्रीम लीडर की मौत हो जाती है या वो खुद इस पद से इस्तीफा दे देता है. सुप्रीम लीडर चुनने का प्रोसेस काफी गोपनीय होता है. चलिए आपको पूरा तरीका बताते हैं.

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  • ईरान में सुप्रीम लीडर चुनने का अधिकार असेंबली ऑफ एक्सपर्ट्स के पास होता है. इस कमेटी में 88 मेंबर्स होते हैं.
  • सुप्रीम लीडर चुनने के लिए इस असेंबली की बैठक बुलाई जाती है. इसके बाद लीडर चुना जाता है.
  • लाइव मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक सुप्रीम लीडर चुने जाने के लिए कम से कम 45 लोगों के समर्थन की जरूरत होती है.
  • इस वोटिंग में धार्मिक योग्यता, राजनीतिक वफादारी और प्रशासनिक पकड़ पर फोकस होता है.
  • साल 1989 में अयातुल्ला खुमैनी के निधन के बाद अली खामेनेई को आम सहमति से सुप्रीम लीडर चुना गया था. उसके बाद से खामेनेई इस पद पर हैं.

सुप्रीम लीडर की शक्तियां-
सुप्रीम लीडर सरकार की राजनीतिक दिशा तय करते हैं. सशस्त्र बलों की कमान उनके हाथ में होती है. नियुक्ति और बर्खास्तगी का अधिकार होता है. सुप्रीम लीडर संरक्षक परिषद के 12 में से 6 न्यायविदों की नियुक्ति करते हैं. जनरल स्टाफ का प्रमुख और राज्य प्रसारण एजेंसी के प्रमुख की नियुक्ति का अधिकार भी सुप्रीम लीडर के पास होता है.

सुप्रीम लीडर के पास आईआरजीसी के कमांडर-इन-चीफ की नियुक्ति का अधिकार होता है. राष्ट्रपति चुनाव के बाद राष्ट्रपति की नियुक्ति को मंजूरी देने का अधिकार भी सुप्रीम लीडर के पास होता है. न्यायपालिका के प्रमुख की सिफारिश पर क्षमादान या सजा कम करने का अधिकार होता है.

कौन हो सकता है खामेनेई का उत्तराधिकारी?
अगर ईरान में सुप्रीम लीडर के पद से खामेनेई हटते हैं तो उनकी जगह कौन ले सकता है. इसके लिए कुछ नामों की चर्चा हो रही है. इसमें मोजतबा खामेनेई की चर्चा है. मोजतबा अयातु्ल्ला खामेनेई के दूसरे बेटे हैं. मोजतबा की प्रशासन पर अच्छी पकड़ मानी जाती है. इसके साथ ही खामेनेई के बेहद करीबी अलीरेजा अराफी को भी दावेदार माना जा रहा है. खामेनेई के ऑफिस में राजनीतिक और सुरक्षा मामलों की देखरेख करने वाले अली असघर भी लिस्ट में हैं. खामेनेई के चीफ ऑफ स्टाफ के तौर पर लंबे समय तक सेवाएं देने वाले मोहम्मद गोलपाएगनी और ज्यूडिशियरी और इंटेलिजेंस का लंबा अनुभव रखने वाले गुलाम हुसैन मोहसेनी भी दावेदार हैं.

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