
क्या आपने कभी सोचा है कि प्यार की शुरुआत एक पहाड़ी चोटी पर रखी नोटबुक से हो सकती है? आज की डिजिटल डेटिंग की दुनिया में, स्विट्ज़रलैंड के एक शख्स ने एक ऐसा तरीका खोज निकाला है, जो न सिर्फ पुरानी सादगी को दोबारा जिंदा कर रहा है, बल्कि लोगों को सच में जोड़ भी रहा है. इस पहल का नाम है- “Mountain Tinder.”
किसने शुरू किया Mountain Tinder?
इस पहल की शुरुआत की 29 साल के एक स्विस ट्रेकर थिबो मोनी ने. 2023 में जब वह अकेले डेंट दे ब्रोक नामक पहाड़ी पर चढ़े, तो उन्हें लगा, “काश कोई साथ होता.” उन्होंने अपनी फीलिंग इस पहाड़ पर मौजूद एक विज़िटर बुक में लिख दी, “मैं अकेले आया हूं, अगली बार दो होंगे.”
उनकी इस बात पर दोस्तों ने काफी मजाक बनाया. लेकिन मोनी ने इसे गंभीरता से लिया और फ्राइबर्ग की सात चोटियों पर अलग से डेटिंग नोटबुक्स रख दीं. और यही बन गया – Mountain Tinder. जो भी इन पहाडियों पर पहुंचता है वह अपनी कॉन्टेक्ट डिटेल्स, अपनी पसंद-नापसंद यहां पर लिख सकता है और चाहे तो, उन लोगों की कॉन्टेक्ट डिटेल्स ले सकता है जो पहले से इन नोटबुक्स में अपने बारे में लिखकर गए हैं.
दिलों को जोड़ने वाली पहाड़ी चोटियां
इस पहल ने अब तक कई कपल्स को जोड़ा है. लोग अपने बारे में छोटा सा नोट लिखते हैं- अपनी पसंद, अपने सपने और उम्मीदें.कैथी और पैट्रिक की कहानी भी इसी पहल के कारण आगे बढ़ी. दोनों 58 साल के हैं और स्विट्ज़रलैंड की वांडफ्लुए पहाड़ी (2,133 मीटर ऊंची) पर रखी इस लाल नोटबुक ने इन दोनों को एक-दूसरे से मिलाया.
ऑनलाइन डेटिंग ऐप्स से थक चुकी कैथी ने अक्टूबर 2024 में वांडफ्लुए पहाड़ी की चढ़ाई की और अपनी पसंद के बारे में इस नोटबुक में लिखा. एक हफ्ते बाद, पैट्रिक पहाड़ी पर पहुंचे और उन्होंने नोटबुक में लिखे कैथी के नोट को पढ़ा और संपर्क किया. आज दोनों साथ हैं.
Mountain Tinder का असर
थिबो को भी मिला प्यार
थिबो ने खुद कभी नोटबुक में कुछ नहीं लिखा, लेकिन जब उनकी कहानी टीवी पर आई, तो एक महिला ने उनसे संपर्क किया और अब वो दोनों साथ हैं. थिबो ने बताया, “किसी की ज़िंदगी में खुशी लाना सबसे अच्छा एहसास है.”
वहीं, कैथी और पैट्रिक का रिश्ता उनकी पहली डेट से ही मजबूत हो रहा है. उनकी पहली डेट एक लंबी सैर और पिकनिक थी. कैथी को सबसे अच्छा यह लगा कि पैट्रिक ने उनकी स्पीड का ख्याल रखा. साथ में, ट्रेकिंग करने से आप एक-दूसरे को बेहतर समझते हैं क्योंकि यह कोई फेयरीटेल सेटिंग नहीं है जहां सब कुछ परफेक्ट हो.
Mountain Tinder अब सिर्फ एक मज़ाक से शुरू हुई पहल नहीं है. आज जब रिश्ते स्क्रीनों पर बनते और टूटते हैं, तब स्विट्ज़रलैंड की पहाड़ियां सिखा रही हैं कि असली प्यार मेहनत और कोशिशें मांगता है और एक छोटा सा नोट भी ज़िंदगी बदल सकता है.
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