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अजीबोगरीब हरकत! साउथ कोरिया के प्रेसिडेंशियल कंपाउंड में नॉर्थ कोरिया ने गिराया कचरे से भरा गुब्बारा

नॉर्थ कोरिया अपनी अजीबोगरीब कारनामों की वजह से हमेशा चर्चा में रहता है. अब खबरें हैं कि नॉर्थ कोरिया ने साउथ कोरिया के प्रेसिडेंशियल कंपाउंड में कचरे से भरा गुब्बारा गिरा दिया.

North Korea propaganda leaflet/Getty North Korea propaganda leaflet/Getty
हाइलाइट्स
  • गुब्बारे से गिराए गए कचरे

  • गुब्बारे से भेजे दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति की आलोचना वाले पर्चे

नॉर्थ कोरिया अपनी अजीबोगरीब कारनामों की वजह से हमेशा चर्चा में रहता है. अब खबरें हैं कि नॉर्थ कोरिया ने अपने पड़ोसी देश साउथ कोरिया के प्रेसिडेंशियल कंपाउंड में कचरे से भरा गुब्बारा गिरा दिया. नॉर्थ कोरिया करीब 5 महीने से ऐसा काम कर रहा है. महीने में दूसरी बार है जब नॉर्थ कोरिया ने ऐसी हरकत की है. उत्तर कोरिया निर्धारित स्थानों पर कचरे से भरे गुब्बारे गिराने के जीपीएस का इस्तेमाल करता है.

नॉर्थ कोरिया ने कचरे से भरे गुब्बारे गिराए
दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति सिक्योरिटी सर्विस ने एक बयान में कहा कि इंटर कोरियर बॉर्डर पार से भेजे गए एक गुब्बारे ने सोल (Seol) के प्रेसिडेंशियल कंपाउंड में कचरा डंप कर दिया. हालांकि इसमें कोई खतरनाक सामाग्री नहीं थी. साउथ कोरिया की सरकारी एजेंसिया इसकी जांच कर रही हैं.

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति की आलोचना वाले पर्चे
साउथ कोरिया के अखबार Dong-A Ilbo और Chosun Ilbo के मुताबिक गुब्बारे में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति Yoon Suk Yeol और उनकी पत्नी की आलोचना वाले पर्चे थे. ये घटना तब हुई है जब उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग ने दावा किया है कि उनके अधिकारियों ने "साउथ कोरिया की मिलिट्री द्वारा भेजे गए राजनीति से प्रेरित कचरे को फेंक दिया है.

किम ने कहा, आरओके, उत्तर कोरिया की संप्रभुता पर जो वार कर रहा है वह सैन्य उकसावे की कार्रवाई है. इसे कभी माफ नहीं किया जाएगा. सियोल को ये समझना होगा ताकि उन्हें ठीक से पता चल सके कि उन्होंने कितना खतरनाक काम किया है और इसके परिणाम कितने भयानक हो सकते हैं.

मिलिट्री एक्शन से जुड़ी जानकारियां एक्सचेंज करने का आरोप
उत्तर कोरिया का आरोप है कि दक्षिण कोरिया अकसर अपने प्रोपैगेंडा से जुड़े पर्चे नॉर्थ कोरिया पहुंचाता रहता है. नॉर्थ कोरिया का कहना है कि प्रोपैगेंडा पर्चों के जरिए साउथ कोरिया मिलिट्री एक्शन से जुड़ी अहम जानकारियां भी एक्सचेंज कर सकता है, जो देश की सुरक्षा के लिए खतरा साबित हो सकती है.