Queen Elizabeth II Death
Queen Elizabeth II Death ब्रिटेन में सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का गुरुवार को 96 वर्ष की आयु में निधन हो गया. खराब तबियत के चलते उन्हें मेडिकल केयर में रखा गया था. बकिंघम पैलेस ने क्वीन एलिजाबेथ के निधन की खबर दी. जिसके बाद शाही परिवार के सभी सदस्य बाल्मोरल कैसल पहुंचे जहां उनकी देखभाल की जा रही थी.
महारानी एलिजाबेथ के निधन के बाद प्रिंस चार्ल्स को राजा घोषित किया गया है. और उनकी पत्नी कैमिला क्वीन कोंसोर्ट बनी हैं. इसके साथ ही, महारानी की मौत का शोक काफी लंबा चलेगा. क्योंकि महारानी की मौत सदी की सबसे बड़ी घटनाओं में से एक है.
ब्रिटेन के राजघराने का रसूख ऐसा है कि इस परिवार के लोग जीते-जी तो ठाठ-बाट से जीते ही हैं, मरने के बाद भी उनके शोक को शादी अंदाज में मनाया जाता है. और महारानी की मौत के बाद क्या-कुछ होना है, इसकी तैयारी उनके जीते-जी ही करके रखी गई है.
बदल जाएगी कई देशों की करंसी
महारानी की मौत की खबर सबसे पहले उनक सेक्रेटरी को दी गई और उन्होंने यूके की प्रधानमंत्री को यह खबर दी. प्रधानमंत्री ने इस खबर को आगे विदेश मंत्रालय तक पहुंचाया ताकि उन 15 देशों को यह खबर दी जाए, जहां ब्रिटिश राजघराने का शासन है.
साथ ही, सभी कॉमनवेल्थ देशों को भी यह सूचना अधिकारिक तौक पर पहुंचाई गई. सबसे दिलचस्प बात यह है कि महारानी की मौत के बाद, यूके सरकार ब्रिटेन की करंसी बदलेगी. जी हां, यहां करंसी बदलने से मतलब है कि यूके में चलने वाले नोटों पर से महारानी का फोटो हटाकर अब राजा बने चार्ल्स का फोटो लगाया जाएगा.
और यह सिर्फ यूके में नहीं होगा बल्कि उन सभी देशों में होगा, जहां महारानी एलिजाबेथ स्टेट ऑफ हेड रहीं और यहां उनकी तस्वीर वाली करंसी चलती थी. पर अब इन सभी देशों की करंसी पर चार्ल्स की फोटो होगी. इन देशों में कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, ग्रेनेडा, बहमास, ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड आदि शामिल हैं.
यूके सरकार उठाएगी फ्यूनरल का खर्चा
महारानी एलिजाबेथ की मौत का शोक यूके में लंबा चलेगा और इस पर आने वाला सभी खर्च यूके सरकार का होगा. बताया जा रहा है कि जब प्रिंसेस डायना की मौत हुई थी तो उनके फ्यूनरल पर 10 मिलियन डॉलर का खर्चा आया था. और वह तो महारानी भी नहीं थी.
ऐसे में, क्वीन का फ्यूनरल और ज्यादा शाही अंदाज में होगा. यह लगभग 10 दिनों तक चलेगा. उनके निधन के दिन को 'D-Day' कहा जाएगा और इसके बाद के दस दिन- D-Day+1, D-Day+2, D-Day+3... के हिसाब से जाने जाएंगे. उनके फ्यूनरल के दिन और प्रिस चार्ल्स की ताजपोशी के दिन लंदन में नेशनल हॉलिडे घोषित किया जाएगा. एक अंदाजा है कि उनके फ्यूनरल पर 8 बिलियन डॉलर से ज्यादा का खर्च आने वाला है.
D-Day+1 से D-Day+10 तक का ये हैं प्लान
सबसे पहले दिन प्रिंस चार्ल्स की ताजपोशी की जाएगी. इस आयोजन को 'ऑपरेशन स्प्रिंग टाइड' के नाम से जाना जाएगा. इस मौके पर सेंट जेम्स पैलेस में लगभग 100 लोगों की उपस्थिति में चार्ल्स आधिकारिक तौर पर किंग चार्ल्स बनेंगे. इन लोगों में प्रधानमंत्री और अन्य मंत्री व अहम लोग शामिल होंगे.
D-Day+2 यानी दूसरे दिन, महारानी के पार्थिव शरीर को कॉफिन् में ट्रेन से स्कॉटलैंड से बंकिमघम पैलेस लाया जाएगा. इस पूरी प्रक्रिया को ऑपरेशन यूनिकॉर्न का नाम दिया गया है. और अगर उनके शव को फ्लाइट से लंदन लाने की जरूरत पड़ा तो इसे ऑपरेशन ओवरस्टडी नाम दिया गया है.
तीसरे दिन से चार्ल्स अपना टूर शुरू करेंगे. वह वेस्टमिनस्टर हॉल में कन्डोलेंस लेंगे और फिर राजा के तौर पर अपना पहला यूके का टूर शुरू करेंगे. चौथे दिन महारानी के फ्यूनरल की रिहर्सल होगी और पांचवे दिन असल फ्यूनरल होगा. इसके बाद छठे दिन से नौवें दिन तक कॉफिन् को वेस्टमिनस्टर में रखा जाएगा ताकि लोग आकर अपनी श्रद्धांजलि दे सकें. आखिर में, दसवें दिन विंडसर में महारानी को किंग जॉर्ज II मेमोरियल चेपल में दफनाया जाएगा.