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RIC Vs NATO: भारत, चीन और रूस की ताकत कितनी है? क्या नाटो को दे पाएंगे टक्कर

रूस-भारत और चीन को RIC कहा जाता है. जबकि उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) में 32 देश हैं. जिसमें अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन जैसे ताकतवर देश शामिल हैं. अगर दोनों के पास सैनिकों की ताकत की बात करें तो नाटो के पास कुल 35 लाख एक्टिव सैनिक हैं. जबकि RIC के पास 47.7 लाख एक्टिव सैनिक हैं. NATO के पास 5692 परमाणु बम हैं, जबकि RIC के पास 6352 परमाणु बम हैं.

NATO vs RIC NATO vs RIC

शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन (SCO) के दौरान भारत-चीन और रूस की तिकड़ी की खूब चर्चा हो रही है. अमेरिकी राष्ट्रपति के ट्रंप के टैरिफ के बाद तीनों देश एक-दूसरे के करीब आ रहे हैं. तीनों देशों की एकता को अमेरिका के खिलाफ एक बड़ी ताकत के तौर पर देखा जा रहा है. ऐसे में भारत-चीन और रूस की तिकड़ी को उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) के मुकाबले में देखा जा रहा है. RIC रूस-भारत-चीन के ट्रोयका को कहा जाता है. हालांकि अभी तक इसका कोई औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है. लेकिन इस संगठन को अमेरिका के लिए बड़ी चुनौती माना जा रहा है. चलिए देखते हैं कि अगर भारत-चीन और रूस एक साथ आते हैं तो वो NATO के लिए कितनी बड़ी चुनौती हो सकते हैं. दोनों संगठनों की ताकत की तुलना करते हैं.

RIC vs NATO: कौन कितना बड़ा संगठन?
रूस, भारत और चीन के गठबंधन को RIC कहा जाता है. हालांकि आरआईसी कोई सैन्य गठबंधन नहीं है और ना ही इस संगठन का कोई औपचारिक ऐलान किया गया है. लेकिन इसको बनाने के लिए कई बार कोशिश की जा चुकी है. इसकी शुरुआत 1990 के दशक में रूस के पूर्व प्रधानमंत्री येवगेनी प्रिमाकोव ने की थी. इसका मकसद अमेरिका और पश्चिमी देशों के वर्चस्व को कम करना और दुनिया को बहुध्रुवीय व्यवस्था बनाना था.
जबकि नाटो एक सैन्य संगठन है. इसमें 32 देश शामिल हैं. जिनमें से अधिकांश उत्तरी अमेरिका और यूरोप से हैं. इसकी शुरुआत 1949 में की गई थी. इसके मुख्य देश अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, कनाडा और जर्मनी हैं.

किसके पास कितने सैनिक?
नाटो के पास कुल 35 लाख एक्टिव सैनिक हैं. इसमें अकेले अमेरिका के 13 लाख एक्टिव सैनिक हैं. अगर सैनिकों की बात करें तो RIC की ताकत बहुत ज्यादा है. RIC में NATO के मुकाबले में करीब डेढ़ गुने सैनिक हैं. आरआईसी में रूस के पास 13.2 लाख, भारत के पास 14.5 लाख और चीन के पास 20 लाख सैनिक हैं.

कितने के पास कितने परमाणु बम?
दुनिया में कुल 12402 परमाणु बम हैं. इसमें से 51 फीसदी यानी 6352 परमाणु हथियार RIC देशों के पास हैं. इसमें अकेले रूस के पास 5580, चीन के पास 600 और भारत के पास 172 परमाणु बम हैं. जबकि नाटो के पास 5692 परमाणु बम हैं. इसमें अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन के परमाणु बम शामिल हैं. इसमें से अमेरिका के पास 5225 परमाणु हैं. जबकि फ्रांस के पास 290 और ब्रिटेन के पास 225 परमाणु बम हैं.

किसकी जीडीपी कितनी?
अगर नाटो और आरआईसी की जीडीपी की बात करें तो नाटो की कुल जीडीपी 30.34 ट्रिलियन डॉलर है. जबकि आरआईसी की जीडीपी नाटो से दोगुने से ज्यादा है. ये जीडीपी परचेजिंग पावर पैरिटी (PPP) के आधार पर है. इस तरह से RIC की जीडीपी 61.3 ट्रिलियन डॉलर है. 

किसकी कितनी आबादी?
NATO में 32 देश हैं. इसकी आबादी 952.7 मिलियन यानी 95.27 करोड़ है. इसमें अकेले अमेरिका की आबादी 34.7 करोड़ है. जबकि भारत-रूस और चीन की कुल आबादी 304 करोड़ है. इसका मतलब है कि दुनिया की 37 फीसदी आबादी इन तीनों देशों में रहती है. इसमें से भारत की आबादी 147 करोड़, चीन की आबादी 142 करोड़ और रूस की आबादी 14.6 करोड़ है. आपको बता दें कि दुनिया की कुल आबादी 835 करोड़ है.

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