फ्रांस की राजधानी पेरिस एफिल टॉवर और लग्जरी के लिए दुनियाभर में फेमस है. लेकिन इस शहर में एक ऐसी कब्र है, जो युवाओं में काफी फेमस है. यह कब्र एक पत्रकार की है. लेकिन आज ये पेरिस में फर्टलिटी सिंबल बन गया है. इस कब्र को लेकर मान्यता है कि इसे चूमने से जीवनसाथी की तलाश पूरी हो जाती है, बच्चे की चाहत रखने वाले जोड़ों की गोद भर जाती है. चलिए इस प्रसिद्ध कब्र और इससे जुड़ी मान्यताओं के बारे में बताते हैं.
किसकी है पेरिस की मशहूर कब्र-
पेरिस शहर में पेरे-लशाएस नाम का एक कब्रिस्तान है. इसमें फ्रांस की कई मशहूर हस्तियों जैसे चॉपिन, मोलियर, जिम मॉरिसन, ऑस्कर विल्ड की कब्रें हैं. इस कब्रिस्तान में विक्टर नोएर नाम की शख्स की कब्र भी है. नोएर पेशे से एक पत्रकार थे, 22 साल की उम्र में जिसकी हत्या कर दी गई थी. विक्टर नोयर एक अखबार लाा-मर्सेलाइस में काम करते थे. लेकिन साल 1870 में नेपोलियन तृतीय के भतीजे प्रिंस पियरे बोनापार्ट से उनका विवाद हो गया था. दरअसल पत्रकार ने नेपोलियन की फैमिली के खिलाफ अखबार में एक लेख छाप दिया था. जिसकी वजह से प्रिंस पियरे से उनका विवाद हो गया. जिसके बाद पत्रकार नोयर की हत्या कर दी गई. हत्याकांड के बाद जनता में आक्रोश फैल गया. प्रिंस पर विक्टर की हत्या का केस चलाया गया.
क्यों खास है ये कब्र-
साल 1891 में उनकी बॉडी को पेरिस के कब्रिस्तान में दफनाया गया. उनकी एक कांस्य की मूर्ति बनाई गई. इस मूर्ति को कब्र को ऊपर लेटी हुई अवस्था में लगाया गया है. विक्टर की कब्र महिलाओं के लिए एक तीर्थस्थल बन गया है. उनकी मूर्ति फर्टिलिटी और यौन सुख का प्रतीक बन गई है. जिस लड़की को जीवनसाथी की तलाश होती है, वो उस हैट में फूल चढ़ाती है और विक्टर की मूर्ति के होठों को चूमती है. ऐसा करने से सालभर के भीतर उनकी शादी हो जाती है. महिलाओं का मानना है कि इससे उनके रिश्ते मजबूत होंगे और प्रजनन क्षमता बढ़ेगी.
मां बनने के लिए क्या करती हैं महिलाएं-
अगर कोई महिला मां बनना चाहती है तो वो मूर्ति के गुप्तांग वाले हिस्से को रगड़ती है या मूर्ति के दाहिने पैर को छूती है. एक मूर्ति को लेकर एक और मिथक है कि इसके बाएं पैर को छूने से जुड़वां बच्चे पैदा होते हैं.
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