
TasteAtlas ने हाल ही में दुनिया के टॉप 50 सीफ़ूड डिश की लिस्ट जारी की है. इस लिस्ट में भारत की दो शानदार डिश ने अपनी जगह बनाई है. यह उपलब्धि न केवल भारत के क्षेत्रीय पाक-परंपराओं को उजागर करती है, बल्कि हमारे तटीय इलाकों के विविध और गहरे स्वादों को भी दुनिया के सामने लाती है.
केरल के स्वाद की दुनिया में गूंज
भारत से शामिल होने वाले व्यंजनों में सबसे ऊंचे स्थान पर है करिमीन पोल्लिचाथु, जिसे 11वां स्थान प्राप्त हुआ है. यह व्यंजन केरल की पारंपरिक पाक शैली और समुद्री स्वाद का बेहतरीन उदाहरण है. करिमीन मछली, जिसे पर्ल स्पॉट फिश भी कहा जाता है, केरल के बैकवॉटर्स में पाई जाती है और इसे केरल की राज्य मछली का दर्जा भी प्राप्त है.
इस डिश को बनाने के लिए पहले मछली को हल्का तला जाता है, फिर उस पर मसालों का विशेष मिश्रण लगाया जाता है. इसके बाद मछली को केले के पत्ते में लपेटकर तवे पर सेंका या ग्रिल किया जाता है. मसालेदार स्वाद और केले के पत्ते की सुगंध, इसे विश्वस्तरीय बना देती है.
बंगाल की शान, चिंगड़ी मलाई करी
दूसरी भारतीय डिश है चिंगड़ी मलाई करी, जिसे 30वां स्थान प्राप्त हुआ है. यह पश्चिम बंगाल का पारंपरिक और बेहद लोकप्रिय पकवान है. इसमें बड़े झींगे (पॉन्स) को मलाईदार नारियल के दूध के साथ पकाया जाता है.
पकवान में हल्दी, अदरक, लहसुन, प्याज, गरम मसाला और हल्की लाल मिर्च का उपयोग होता है. पारंपरिक रूप से इसे घी या सरसों के तेल में पकाया जाता है, जिससे इसका स्वाद और भी गाढ़ा और सुगंधित हो जाता है. कहा जाता है कि 'मलाई' शब्द का संबंध मलेशियाई व्यापारियों से आया, जो इस डिश को बंगाल लेकर आए थे. यह डिश आज बंगाली घरों की शान है और विशेष अवसरों पर परोसा जाता है.
दुनिया की अन्य टॉप डिश
TasteAtlas की इस लिस्ट में अन्य देशों की डिश भी अपनी खास पहचान बना रही हैं.
पहला स्थान: लोइमुलोहि (फिनलैंड)
दूसरा स्थान: काइसेंडोन (जापान)
तीसरा स्थान: बाटागोर (इंडोनेशिया)