
अमेरिका में एक ऐसी खबर ने तहलका मचा दिया है, जो न केवल कृषि क्षेत्र के लिए खतरा है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा को भी चुनौती दे रही है! दो चीनी नागरिकों, 34 वर्षीय जुनयोंग लियू और 33 वर्षीय युनकिंग जियान पर आरोप है कि उन्होंने एक खतरनाक फंगस फ्यूसैरियम ग्रैमिनेरम को गैरकानूनी तरीके से अमेरिका में तस्करी कर मिशिगन विश्वविद्यालय की लैब में शोध के लिए लाया. यह फंगस, जिसे वैज्ञानिक एक संभावित एग्रोटेररिज्म हथियार मानते हैं, फसलों को तबाह करने और अरबों डॉलर का नुकसान पहुंचाने की क्षमता रखता है.
फसलों का दुश्मन, खाद्य सुरक्षा का खतरा
फ्यूसैरियम ग्रैमिनेरम एक ऐसा फंगस है, जो गेहूं, जौ, मक्का और चावल जैसी अनाज फसलों को निशाना बनाता है. यह हेड ब्लाइट या स्कैब नामक बीमारी का कारण बनता है, जो फसलों के फूलों को नष्ट कर देता है. प्रभावित अनाज छोटे, चाक जैसे सफेद या गुलाबी रंग के हो जाते हैं, जिससे उपज में भारी कमी आती है और अनाज की गुणवत्ता खराब हो जाती है. इस फंगस के विषैले तत्व, जैसे डिऑक्सीनिवालेनॉल (DON) और जियारालेनोन, अनाज को दूषित करते हैं, जो इंसानों और पशुओं में उल्टी, लिवर डैमेज और प्रजनन समस्याओं का कारण बन सकते हैं.
अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट के अनुसार, यह फंगस वैश्विक स्तर पर हर साल अरबों डॉलर का आर्थिक नुकसान पहुंचाता है. वैज्ञानिक इसे एग्रोटेररिज्म हथियार के रूप में वर्गीकृत करते हैं, क्योंकि इसे जानबूझकर फैलाकर खाद्य आपूर्ति श्रृंखला को तबाह किया जा सकता है.
एग्रोटेररिज्म क्या है?
एग्रोटेररिज्म यानी कृषि आतंकवाद, एक ऐसी साजिश है, जिसमें फसलों, पशुओं या खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों में जानबूझकर रोग, कीट या हानिकारक जैविक एजेंट्स को फैलाया जाता है. इसका मकसद है अर्थव्यवस्था को अस्थिर करना, खाद्य कमी पैदा करना और सरकार के प्रति अविश्वास को बढ़ावा देना. खेत, गोदाम और प्रसंस्करण इकाइयां खुले और विशाल क्षेत्रों में फैले होते हैं, जिससे उनकी पूरी तरह सुरक्षा करना मुश्किल है. एक बार कोई रोगज़नक़ फैल जाए, तो इसे रोकना बेहद कठिन हो जाता है, जिससे बड़े पैमाने पर आर्थिक नुकसान और खाद्य संकट पैदा हो सकता है.
1984 में अमेरिका के ओरेगन में एक धार्मिक समूह ने स्थानीय चुनावों को प्रभावित करने के लिए सलाद बार में साल्मोनेला फैलाया था, जिससे 750 से अधिक लोग बीमार पड़ गए. यह घटना एग्रोटेररिज्म का एक कुख्यात उदाहरण है, जो दिखाता है कि खाद्य प्रणाली कितनी आसानी से निशाना बन सकती है. फ्यूसैरियम ग्रैमिनेरम का खतरा इसलिए और गंभीर है, क्योंकि यह फसलों को नष्ट करने के साथ-साथ खाद्य आपूर्ति को जहरीला बना सकता है.
क्या है पूरा मामला?
जुलाई 2024 में, जुनयोंग लियू डेट्रॉइट मेट्रोपॉलिटन एयरपोर्ट पर अपनी प्रेमिका युनकिंग जियान से मिलने आया था. सीमा शुल्क अधिकारियों ने उनके बैग की तलाशी में टिश्यू में छिपे चार प्लास्टिक बैग में लाल रंग का पौधा सामग्री पाई. लियू ने पहले दावा किया कि उन्हें इस सामग्री की जानकारी नहीं है, लेकिन बाद में स्वीकार किया कि उन्होंने जानबूझकर फ्यूसैरियम ग्रैमिनेरम को शोध के लिए मिशिगन विश्वविद्यालय की लैब में लाने की कोशिश की. युनकिंग जियान, जो इस लैब में शोधकर्ता थीं, ने भी इस फंगस पर चीन में शोध किया था और इसके लिए चीनी सरकार से फंडिंग प्राप्त की थी.
FBI के निदेशक काश पटेल ने इसे “चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की साजिश” का हिस्सा बताया और कहा, “यह मामला एक चेतावनी है कि चीनी सरकार अमेरिकी संस्थानों में घुसपैठ कर हमारी खाद्य आपूर्ति को निशाना बना रही है.” जियान के फोन में मिले दस्तावेजों से पता चला कि वह चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की सदस्य हैं, जिसने इस मामले को और गंभीर बना दिया.
जियान को FBI ने गिरफ्तार कर लिया है और वह गुरुवार को बॉन्ड सुनवाई के लिए कोर्ट में पेश होंगी. वहीं, लियू को जुलाई 2024 में डेट्रॉइट एयरपोर्ट से चीन वापस भेज दिया गया था. अमेरिका और चीन के बीच प्रत्यर्पण संधि न होने के कारण लियू की गिरफ्तारी मुश्किल है. दोनों पर साजिश, तस्करी, झूठे बयान और वीजा धोखाधड़ी के आरोप हैं.