रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4 दिसंबर को दो दिवसीय यात्रा के लिए भारत आए हुए हैं. उनके इस दौरे के दौरान लोगों की दिलचस्पी उनकी निजी जिंदगी में काफी बढ़ी हुई हैं. आज की दुनिया में जब हर इंसान के हाथ में स्मार्टफोन होता है, तब दुनिया की सबसे ताकतवर शख्सियतों में से एक का फोन न इस्तेमाल करना सभी को हैरान करता है.
पुतिन के पास क्यों नहीं है फोन?
फ्रांस 24 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुतिन के पास कोई स्मार्टफोन नहीं है. यह बात उन्होंने साल 2018 में वैज्ञानिकों से मुलाकात के दौरान भी साफ की थी. जब एक वैज्ञानिक ने कहा कि हर किसी की जेब में फोन होता है, तो पुतिन ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया था कि मेरे पास स्मार्टफोन नहीं है. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने भी एक रूसी चैनल को इंटरव्यू में बताया था कि राष्ट्रपति सुरक्षा और निजता के कारण स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं करते.
क्रेमलिन में मोबाइल फोन बैन
पुतिन ने रूसी न्यूज़ एजेंसी TASS को बताया कि क्रेमलिन परिसर में मोबाइल फोन ले जाना बैन है. यही उनका ऑफिस भी है और निवास भी. अगर उन्हें बातचीत करनी होती है, तो वे सिर्फ सरकारी सुरक्षित लाइन का उपयोग करते हैं.
क्यों है तकनीक से दूरी?
पुतिन कई मौकों पर यह स्वीकार कर चुके हैं कि वे नई तकनीक में बहुत माहिर नहीं हैं और इंटरनेट का अत्यंत सीमित उपयोग करते हैं. स्कूली बच्चों से बातचीत में उन्होंने इंटरनेट को CIA का एक खास प्रोजेक्ट तक कह दिया था और दावा किया था कि इंटरनेट पर मौजूद आधी चीज़ें गंदी होती हैं. उनका मानना है कि इंटरनेट से जुड़ी कोई भी चीज़ पूरी तरह सुरक्षित नहीं होती, इसी वजह से उनके आसपास भी कोई इंटरनेट या फोन डिवाइस नहीं रखी जाती.
बिना फोन भी रहते हैं पुतिन अपडेटिड?
भले ही पुतिन मोबाइल फोन या इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं करते, लेकिन उन्हें रोज़ाना दुनिया की ताज़ा और संवेदनशील जानकारी पहुंचती रहती है. वे खुफिया रिपोर्ट्स, सुरक्षा दस्तावेज, टीवी न्यूज़ और आधिकारिक ब्रीफिंग्स के जरिए अपडेट रहते हैं.