जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए एक अनोखी यात्रा का आयोजन किया गया. कांगो से शुरू हुई यह यात्रा 20,000 किलोमीटर की दूरी तय कर नॉर्वे में समाप्त हुई. इस यात्रा में अलग-अलग जानवरों की विशालकाय कठपुतलियों का उपयोग किया गया, जिन्हें कार्डबोर्ड और प्लाईवुड जैसी रीसाइकल योग्य सामग्रियों से बनाया गया था. इन कठपुतलियों के माध्यम से जलवायु परिवर्तन के कारण जानवरों के विस्थापन और उनके संरक्षण के मुद्दे को दुनिया के सामने लाने का प्रयास किया गया. यात्रा के आयोजकों का मानना है कि अगर लोग जागरूक होते हैं तो यात्रा में शामिल जानवरों के प्रतीकों के जरिए अभी भी इन जानवरों को बचाया जा सकता है. इस अभियान में हाथी, जिराफ, गोरिल्ला, जंगली भैसा, हिरण और बंदर जैसे जानवरों की कठपुतलियां शामिल थीं. यात्रा के दौरान 56 कार्यक्रमों का आयोजन किया गया और मंडली में कठपुतलियों की संख्या 15 से बढ़कर 65 से अधिक हो गई थी.