Astrology: जानें किन्हें होती अक्सर पेट की समस्या, तो किसको होती हड्डियों की परेशानी.. क्या है राशि तत्व और बीमारी का कनेक्शन?

लोग केवल ऐसे ही बीमार नहीं पड़ते. हर व्यक्ति की एक राशि होती है और साथ ही राशि का तत्व. जानें किन राशि को कौन सी बीमारियां और सकती हैं.

gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 21 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 7:33 AM IST

कई बार अलग-अलग राशि के लोग बीमार पड़ जाते हैं. वह अक्सर बीमारियों का शिकार होते रहते हैं. लेकिन इसके पीछे का कारण उन्हें नहीं पता. ऐसे में हम उस कारण और निवारण दोनों के बारे में बात करते हैं. हर राशि का एक तत्व होता है और तत्व का एक स्वामी ग्रह होता है. किसी विशेष तत्व और ग्रह के आधार पर रोगों का पता लगाया जा सकता है और उस तत्व और ग्रह को बेहतर करके स्वास्थ्य को ठीक रखा जा सकता है.

अग्नि तत्व वाली राशियां
अग्नि तत्व की तीन राशियां हैं. मेष, सिंह और धनु और इनके केंद्रीय ग्रह सूर्य और मंगल हैं. इनको सर दर्द, आंखों और हड्डियों की समस्या होती है. इनके साथ चोट-चपेट तथा दुर्घटना की स्थिति बनी रहती है. इनको ताम्बे के पात्र से जल पीना चाहिए. साथ ही अधिक से अधिक सूर्य देव की उपासना करनी चाहिए. 

पृथ्वी तत्व की राशियां
पृथ्वी तत्व की तीन राशियां हैं. वृष, कन्या और मकर. इनका केंद्रीय ग्रह बुध है. इनको त्वचा, पेट और कान नाक गले की समस्या हो जाती है और इनको कभी-कभी मानसिक समस्या और दुविधा हो जाती है. इनको खान-पान और उपवास का ध्यान रखना चाहिए. साथ ही अधिक से अधिक श्री हरि की उपासना करनी चाहिए. 

वायु तत्व वाली राशियां
वायु तत्व की तीन राशियां हैं. मिथुन, तुला और कुम्भ. इनका केंद्रीय ग्रह शनि है. इनको ज्यादातर पेट, सांस, त्वचा और इन्फेक्शन वाली बीमारियां होती हैं. कभी-कभी ये गहरे अवसाद के शिकार भी हो जाते हैं. इनके लिए नियमित ध्यान, अनुशासन और सही खान पान जरूरी है. साथ ही इनको अपने गुरु की शरण में रहना चाहिए. 

जल तत्व की राशियां
जल तत्व की तीन राशियां हैं. कर्क, वृश्चिक और मीन. इनका केन्द्रीय ग्रह चन्द्रमा और शुक्र है. इनको ज्यादातर सर्दी जुकाम, बुखार और गले की समस्या रहती है. इनको अक्सर भावनात्मक और जल की समस्यायें हो जाती हैं. इनको नियमित रूप से चांदी के गिलास से जल पीना चाहिए. साथ ही अधिक से अधिक शिव जी की उपासना करनी चाहिए. 

 

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