वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को सुख, सौंदर्य, धन, संपत्ति, यश, वैभव, प्रेम आदि का कारक माना गया है. ज्योतिषाचार्य शैलेंद्र पांडेय ने शुक्र ग्रह की भूमिका और इसे मजबूत करने के उपायों पर चर्चा की. पौराणिक मान्यता के अनुसार शुक्र को दैत्यों का गुरु माना गया है.
जिन लोगों के कुंडली में शुक्र मजबूत होता है, उन्हें सभी प्रकार के भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है लेकिन यदि कुंडली में शुक्र ग्रह से जुड़े दोष होते हैं तो अक्सर उनका जीवन दुखों से घिरा रहता है. शैलेंद्र पांडेय ने बताया कि शुक्र ग्रह कमजोर होने पर व्यक्ति को वैवाहिक जीवन, मानसिक तनाव और भावनात्मक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. शुक्र ग्रह से पीड़ित जातक को आर्थिक समस्याएं बनी रहती हैं. शुक्र को मजबूत करने के लिए खानपान, व्यवहार और उपासना के माध्यम से सरल उपाय सुझाए गए हैं.
शुक्र ग्रह की भूमिका
शुक्र ग्रह को ज्योतिष में गुरु का दर्जा प्राप्त है. यह जीवन में सुख, वैभव, विलासिता और आनंद का कारक है. शैलेंद्र पांडेय ने बताया कि शुक्र व्यक्ति के जीवन में ग्लैमर और ज्ञान का रंग भरता है. यदि शुक्र कमजोर हो तो व्यक्ति सुखी नहीं रह सकता. शुक्र के कमजोर होने पर विवाह में समस्याएं, आंखों और भावनाओं से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं.
शुक्र को मजबूत करने के उपाय
शुक्र को मजबूत करने के लिए खानपान में बदलाव करना आवश्यक है. स्वच्छ और सुंदर खाद्य पदार्थों का सेवन करें. भोजन में सलाद, कच्चे फल और सब्जियों का प्रयोग करें. दही का सेवन करें और कांच के गिलास से पानी पीने की आदत डालें. इसके अलावा, व्यवहार में मधुरता और कोमलता लाने की सलाह दी गई है. स्त्रियों का सम्मान करें और सुगंध का नियमित प्रयोग करें. माता लक्ष्मी की उपासना और गुरु की आज्ञा का पालन करने से भी शुक्र मजबूत होता है. शुक्र ग्रह से जुड़े दोष को दूर करने के लिए शुक्रवार के दिन किसी देवालय पर जाकर पुजारी को बछड़े वाली सफेद रंग की गाय दान करें. मान्यता है कि इस उपाय को करने पर शीघ्र ही शुक्र ग्रह के दोष दूर होते हैं और उनकी कृपा बरसने लगती है.
उपासना और अन्य उपाय
रात के समय ध्यान और उपासना करें. सफेद चंदन का तिलक लगाएं और सप्ताह में एक बार देवी मंदिर में दर्शन करें. क्रीम रंग का रूमाल रखें और सफेद इसफटिक की माला धारण करें. इन उपायों से शुक्र बलवान होता है और जीवन में खुशियां आती हैं.