फ्लिपकार्ट अपने बिग बिलियन और दशहरा सेल को लेकर चर्चा में है. फ्लिपकार्ट पर शॉपिंग करने से ग्राहकों को अलग-अलग तरह के कैशबैक और डिस्काउंट का लालच दिया जा रहा है. ग्राहक यहां से बेस्ट सेलिंग स्मार्टफोन्स पर भारी छूट पा सकते हैं. यहां पर इलेक्ट्रॉनिक्स पर 80% तक का डिस्काउंट और टीवी और होम अप्लायंसेज पर 75% तक का डिस्काउंट दिया जा रहा है. इस बीच कई लोग ऑर्डर कैंसल होने से भी अपना गुस्सा फ्लिपकार्ट पर निकाल रहे हैं. लोगों का आरोप है कि फ्लिपकार्ट पहले ऑर्डर एक्सेप्ट करता है फिर बिना वजह कैंसिल का मैसेज आ जाता है.
लोगों को नहीं था ऑनलाइन शॉपिंग पर भरोसा
ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट, अमेजन और अलीबाबा ई-कॉमर्स के सबसे फेमस प्लेटफॉर्म्स हैं. फ्लिपकार्ट एक प्रसिद्ध भारतीय ई-कॉमर्स कंपनी है. यह सिंगापुर में एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के रूप में रजिस्टर्ड है. भारत में फ्लिपकार्ट एक ऐसे समय में आया जब लोग ऑनलाइन शॉपिंग पर जरा भी भरोसा नहीं करते थे. इंटरनेट दुनिया भर में अपनी जगह बना रहा था और स्टीव जॉब्स ने तभी दुनिया का पहला iPhone लॉन्च किया था.
देश की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी है फ्लिपकार्ट
दो भारतीय सॉफ्टवेयर इंजीनियरों सचिन और बिन्नी बंसल ने टेक्नोलॉजी की दुनिया में ई-कॉमर्स की ताकत को पहचाना. साल था 2007. उस समय भारत में केवल 50 मिलियन इंटरनेट उपयोगकर्ता थे. लेकिन सचिन और बिन्नी ये समझ गए थे कि स्मार्टफोन के आने से भारत के ज्यादातर लोग इंटरनेट से जुड़ जाएंगे. आज फ्लिपकार्ट 80 मिलियन से अधिक उत्पादों और 100 मिलियन से अधिक ग्राहकों के साथ देश की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स साइट है.
दो कमरे के फ्लैट से शुरू हुआ फ्लिपकार्ट
सचिन और बिन्नी दोनों 2005 में आईआईटी दिल्ली में बी.टेक की पढ़ाई कर रहे थे. गर्मी की छुट्टियों के दौरान ज्यादातर छात्र अपने घर चले गए थे लेकिन प्रोजेक्ट पूरा न करने की वजह से सचिन और बिन्नी कैंपस में ही रह गए. यहीं के लैब में दोनों पहली मुलाकात हुई थी. बाद में दोनों अच्छे दोस्त बन गए. दोनों की नौकरी लगी. सचिन ने 2006 में अमेजन के लिए काम करना शुरू किया. बाद में बिन्नी भी यहीं आ गया. 2007 में दोनों ने अमेजन की नौकरी छोड़ दी. इसके बाद दोनों ने अपने दो कमरे के अपार्टमेंट से ही सपने, स्किल और कंप्यूटर के दमपर फ्लिपकार्ट की स्थापना की. इसके लिए दोनों ने 4 लाख रुपये का इंवेस्टमेंट किया था. आज इस कंपनी की वेल्यू 3.05 लाख करोड़ है.
सचिन-बिन्नी ने फ्लिपकार्ट को ऑनलाइन किताब बेचने वाली वेबसाइट के तौर पर शुरू किया. पहले साल कंपनी को सिर्फ 20 आर्डर मिले. इसके बाद कंपनी ने इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट और मोबाइल भी ऑनलाइन बेचने शुरू किए. धीरे-धीरे कंपनी दिन दोगुनी रात चौगुनी तरक्की करने लगी.
अमेजन से मिली कड़ी टक्कर
ऐसा नहीं है कि फ्लिपकार्ट हमेशा फायदे में ही रही है. कई बार ऐसे दौर आए जब कंपनी को नुकसान उठाना पड़ा. लगातार कंपीटिशन से भी कंपनी को चुनौती मिल रही थी. अमेजन जहां लोगों तक जल्दी सामान मुहैया कराता था वहीं फ्लिपकार्ट से सामान मंगाने पर लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ता था. कृष्णमूर्ति के सीईओ बनने के बाद स्ट्रेटजी में कई बदलाव किए गए. आज इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्स ऑनलाइन खरीदने के मामले में फ्लिपकार्ट लोगों की पहली पसंद है.
फ्लिपकार्ट के बारे में जरूरी बातें
कस्टमर सर्विस-044 4561 4700
रेवेन्यू- 43,615 करोड़
स्थापना- अक्टूबर 2007
स्थापक-बिन्नी बंसल, सचिन बंसल
सीईओ-कल्याण कृष्णमूर्ति