वित्त वर्ष 2024-25 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न (Income Tax Return) यानी आईटीआर (ITR ) दाखिल करने की लास्ट डेट 15 सितंबर 2025 है. इस तारीख के बाद यदि आप ITR दाखिल करते हैं तो जुर्माना भरना पड़ेगा. इतना ही नहीं, इसके अलावा कई अन्य परेशानियों का भी आपको सामना करना पड़ सकता है.
आयकर विभाग के नोटिस से बचना है और रिफंड चाहिए तो आप अंतिम तिथि का इंतजार मत कीजिए तुरंत आईटीआर दाखिल कर दीजिए. चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) राकेश कुमार सिंह ने बताया कि समय पर आईटीआर भरने के ढेर सारे फायदे हैं. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि जो लोग इनकम टैक्स के दायरे में नहीं आते हैं, उन्हें भी आईटीआर दाखिल करना चाहिए.
ऐसे लोग जरूर दाखिल करें आईटीआर
1. यदि आपकी सालाना आय 2.5 लाख रुपए से ज्यादा है.
2. आपके नाम पर विदेश में कोई प्रॉपर्टी हो.
3. एक वित्त वर्ष के दौरान यात्रा पर 2 लाख रुपए से ज्यादा खर्च किया हो.
4. एक वित्त वर्ष के दौरान एक लाख रुपए से ज्यादा का बिजली बिल आया हो.
5. कुल बिक्री या व्यावसायिक प्राप्तियां 60 लाख रुपए से ज्यादा हों.
6. वित्त वर्ष के दौरान बिजनेस से कुल प्राप्तियां 10 लाख रुपए से ज्यादा हों.
7. टैक्स कटौती 25000 या ज्यादा (वरिष्ठ नागरिकों के लिए 50000) हो.
8. सेविंग अकाउंट में कुल जमा 50 लाख रुपए से अधिक हो.
9. करंट अकाउंट में कुल जमा राशि 1 करोड़ रुपए से अधिक हो.
ITR फाइल करते समय इन जरूरी बातों का रखें ध्यान
1. अपने इनकम के अनुसार सही आईटीआर फॉर्म चुनें. गलत फॉर्म भरने से जुर्माना लग सकता है.
2. अपनी आय की सही जानकारी दें. छूट प्राप्त व कर मुक्त आय की गलत जानकारी न दें
3. आईटीआर दाखिल करने के बाद इसे वेरिफाई जरूर करें.
4. पर्व-त्योहार या अन्य मौके पर मिले गिफ्ट की जानकारी दें.
5. आईटीआर फॉर्म फाइल करते समय सभी जानकारियां जैसे नाम, पैन नंबर, पता और बैंक अकाउंट डिटेल्स फॉर्म में सही ढंग से भरें.
6. आप अपने नियोक्ता या डिडक्टर की ओर से जारी किए गए फॉर्म 16/16ए से टीडीएस के डिटेल्स को आईटीआर में जरूर दिखाएं.
7. एलिजिबल टैक्स बेनिफिट्स का दावा करने के लिए सभी निवेशों, खर्चों और कटौतियों की सही-सही घोषणा करें.
8. अपने आईटीआर में स्टेटमेंट को फॉर्म 26 एएस के साथ क्रॉस-चेक करें.
समय पर इनकम टैक्स रिटर्न भरने के इतने फायदे
1. नहीं देना पड़ेगा जुर्माने
यदि आप इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि से पहले आईटीआर दाखिल करते हैं तो आपको जुर्माना नहीं देना पड़ेगा. अंतिम तिथि के बाद आईटीआर भरने पर जिस टैक्सपेयर की सालाना इनकम 5 लाख रुपए से अधिक है, उसे 5000 रुपए लेट फाइन देना होगा. सालाना कमाई 5 लाख रुपए से कम है, तो 1000 रुपए जुर्माना देना होगा. आप समय पर रिटर्न दाखिल कर इस जुर्माने से बच सकते हैं.
2. नोटिस आने का नहीं रहेगा डर
यदि आप टैक्स के दायरे में आते हैं और आपने समय पर आईटीआर दाखिल नहीं किया तो आपके पास आयकर विभाग नोटिस भेज सकता है. यदि आपको इस नोटिस से बचना है तो समय पर जरूर आईटीआर दाखिल कर दीजिए.
3. ब्याज की बचत
इनकम टैक्स रूल्स के मुताबिक यदि किसी टैक्सपेयर ने कर नहीं चुकाया है या उस पर बनने वाले कुल टैक्स का 90 प्रतिशत से कम चुकाया है तो उसे सेक्शन 234बी के तहत हर महीने एक प्रतिशत ब्याज पेनल्टी के रूप में चुकाना होगा. आप डेडलाइन से पहले आईटीआर दाखिल कर इनकम टैक्स पर लगने वाले ब्याज की बचत कर सकते हैं.
4. नुकसान कैरी फॉरवर्ड
इनकम टैक्स के नियमों के अनुसार आईटीआर भरने की निर्धारित तारीख तक रिटर्न भरने पर आप अपने नुकसान को आगे के वित्त वर्षों के लिए कैरी फारवर्ड कर सकते हैं. यानी अगले वित्त वर्षों में आप अपनी कमाई पर टैक्स देनदारी कम कर सकते हैं.
5. टैक्स रिफंड क्लेम
कई बार इनकम कम होने पर भी हर महीने TDS (Tax Deducted at Source) काटा जाता है, तो ITR फाइल करके ही आप अपना कटा हुआ पैसा वापस पा सकते हैं. TDS आपकी सैलरी, कमीशन, ब्याज या फीस पर काटा जा सकता है. यदि आपकी इनकम पर जरूरत से ज्यादा TDS काटा गया है तो इसे वापस पाने का आपके पास सिर्फ एक ही तरीका है, समस से आईटीआर फाइल करना.
6. लोन मिलने में आसानी
यदि आपको होम लोन, कार लोन, बिजनेस लोन या फिर पर्सनल लोन चाहिए, तो ऐसे समय में आपका आईटीआर आपकी इनकम प्रूफ के तौर पर काम करता है. इसे सभी बैंक स्वीकार करते हैं. होम लोन की स्थिति में बतौर इनकम प्रूफ तीन साल तक की ITR रसीद मांगी जाती है. यदि आप आईटीआर फाइल करते हैं तो आपको बैंक से आसानी से लोन मिल जाता है.
7. वीजा के लिए जरूरी
यदि आप विदेश यात्रा की सोच रहे हैं या विदेश में नौकरी या एजुकेशन के लिए वीजा अप्लाई कर रहे हैं, तो ऐसे समय में आपका ITR एक महत्वूर्ण डॉक्यूमेंट साबित होगा. बहुत से देश वीजा देते समय लोगों से उनके आय का प्रमाण मांगते हैं. आईटीआर की रसीदें आपकी आय का पुख्ता प्रमाण होती हैं. दरअसल, आईटीआर से वीजा अप्लाई करने वाले की वित्तीय स्थिति का अंदाजा लगता है, जिससे ये जानने में मदद मिलती है कि वो दूसरे देश में अपने खर्चों को मैनेज कर सकता है या नहीं.
8. इंश्योरेंस कवर और इन्वेस्टमेंट में आएगा काम
इंश्योरेंस कवर ज्यादा रखने की शर्त पर या फिर 1 करोड़ रुपए तक के टर्म प्लान पर इंश्योरेंस कंपनियां आईटीआर देखती हैं. इनकम का स्रोत और चुकाने की स्थिति को जांचने के लिए कंपनियां आईटीआर मांगती हैं. इसके अलावा यदि आप शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड या दूसरे इन्वेस्टमेंट इंस्ट्रूमेंट में निवेश करना चाहते हैं, तो ऐसे समय में भी ITR एक मजबूत फाइनेंशियल रिकॉर्ड के तौर पर काम आता है.
9. क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करना होगा आसान
यदि आप क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई कर रहे हैं तो आईटीआर दाखिल करना आपके क्रेडिट स्कोर को मजबूत बनाता है. यह बैंक और अन्य संस्थानों को भरोसा दिलाता है कि आप एक जिम्मेदार करदाता हैं और आपकी फाइनेंशियल कंडीशन स्टेबल है. इससे आपको क्रेडिट कार्ड मिलने में आसानी होगी.
10. बिजनेस के लिए मददगार
आईटीआर बिजनेस शुरू करने के लिए भी भरना जरूरी है. यदि आप किसी विभाग से कॉन्ट्रेक्ट हासिल करना चाहते हैं तो आईटीआर काम आएगा. किसी सरकारी विभाग में कॉन्ट्रेक्ट लेने के लिए भी पिछला ITR जरूरी होता है.
11. एड्रेस प्रूफ का करता है काम
आपके पंजीकृत पते पर आईटीआर रसीद भेजी जाती है. यह एड्रेस प्रूफ के रूप में काम कर सकती है.