90s के बच्चों की जान हुआ करता था रसना, 5 रुपए में बिकने वाला सॉफ्ट ड्रिंक कैसे हुआ घर-घर में मशहूर, जानिए

Rasna success story: आई लव यू रसना...याद तो है न! रसना का इतिहास 4 दशक पुराना है. 2 दशक तो यह सॉफ्ट ड्रिंक सेगमेंट में मार्केट लीडर रहा है. 70 के दशक के आखिर में रीज पिरोजशॉ खंबाटा ने बच्चों के लिए ऐसा सॉफ्ट ड्रिंक सेगमेंट पेश किया, जो देखते ही देखते इतना पॉपुलर हुआ कि हर घर में परोसा जाने लगा.

Soft Drink Rasna
अपूर्वा राय
  • नई दिल्ली,
  • 21 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 5:59 PM IST
  • विज्ञापनों ने रसना को बनाया लोकप्रिय
  • खंबाटा को लोकप्रिय घरेलू पेय ब्रांड रसना के लिए जाना जाता है.

रसना ग्रुप के फाउंडर और चेयरमैन अरीज पिरोजशॉ खंबाटा (Areez Pirojshaw Khambatta) का निधन हो गया है. वह 85 वर्ष के थे. रसना ग्रुप ने एक बयान में बताया कि खंबाटा का निधन शनिवार को हुआ था. अरीज पिरोजशॉ ने 80 और 90 के दशक के बच्चों की गर्मी की छुट्टियां रसना से और भी मजेदार बना दी थीं. 80 और 90 के दशक के बच्चों के लिए रसना क्या अहमियत रखता है, इसे बताने की शायद जरूरत नहीं है. रसना ने लोगों को गर्मी में प्‍यास बुझाने के लिए घर में ठंडे का मतलब बताया. 

एक जमाने में फेमस सॉफ्ट ड्रिंक बन गया था रसना

1970 के दशक में महंगी कीमत पर बेचे जाने वाले सॉफ्ट ड्रिंक्स लिम्का और थम्स अप के विकल्प में अरीज पिरोजशॉ ने 5 रुपये का रसना पेश किया था. उस दौर में कोल्ड ड्रिक्स को बच्चों के लिए सेफ नहीं माना जाता था, इसलिए 80 के दशक में रसना घर-घर में परोसा जाने वाला फेमस सॉफ्ट ड्रिंक बन गया. जिसे ठंडे या बर्फ के पानी में मिलाकर कई गिलास सॉफ्ट ड्रिंक्स बनाया जा सकता था.

रसना का फर्श से अर्श का सफर

रसना सबसे पहले 'जाफ' के नाम से गुजरात के कुछ इलाकों  में ही बेचा जाता था. बाद में इसे रसना के रूप में फिर से लॉन्च किया गया. 5 रुपये के रसना में 32 ग्लास सॉफ्ट ड्रिंक बनाए जा सकते थे. सस्ता और स्वाद में बेहतरीन होने की वजह से भारतीय मांओं ने इसे हाथों-हाथ लिया. 80 के दशक में रसना का मार्केट में 50 प्रतिशत शेयर था. 2004 में इसका मार्केट शेयर बढ़कर 90 प्रतिशत और 2010 में 97 प्रतिशत हो गया. हालांकि 21वीं सदी तक आते-आते इसकी पॉपुलैरिटी कम होने लगी. अपने 4 दशक के इतिहास में रसना ने कई उतार-चढ़ाव का सामना किया. एक समय में रसना टीवी पर सबसे ज्यादा दिखाई देने वाला विज्ञापन था. लेकिन आज इसे कोका-कोला जैसी बड़ी कोला कंपनियों और ट्रॉपिकाना जूस कंपनियों से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है.


विज्ञापनों ने रसना को बनाया लोकप्रिय

रसना के विज्ञापन में छोटी बच्‍ची का 'आई लव यू रसना' बोलना भी उतना ही हिट हुआ. जितना वो छोटी बच्ची, आलम ये था कि लोग उस बच्ची को रसना गर्ल के नाम से जानने लगे. गर्मी आते ही रसना के ऐड की फ्रीक्‍वेंसी भी बढ़ जाती थी. गर्मी की छुट्टियों में चाहे आप नानी के घर हों या मौसी के घर, ठंडे का मतलब सिर्फ रसना ही होता था. इस ड्रिंक का विज्ञापन बड़े-बड़े सेलेब्रिटीज ने भी किया है.

धीरे-धीरे कम होती गई पॉपुलैरिटी

पैक्ड जूस के मार्केट में आ जाने के बाद रसना की पॉपुलैरिटी और कम होती चली गई. टेक-होम बोतलें और टेट्रा-पैक ने  पैक्ड जूस को और लोकप्रिय बना दिया. धीरे-धीरे टीवी पर रसना के विज्ञापनों की जगह कोका कोला के एड नजर आने लगे, जिसे सिनेमा के जाने माने सिलेब्रिटी प्रमोट करते थे. इन सब का मुकाबला रसना नहीं कर पाया. हालांकि अब भी रसना दुनिया की सबसे बड़ी सॉफ्ट ड्रिंक कंसंट्रेट मैन्युफैक्चरर है. जिसे से देश में 18 लाख खुदरा दुकानों पर बेचा जाता है. इसके अलावा दुनिया भर के 60 देशों में भी इसकी सप्लाई है. यह मल्टीनेशनल कॉर्पोरेशन्स के वर्चस्व वाले बेवरेज सेगमेंट में हमेशा एक मार्केट लीडर रहा है. 

 

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