भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अपना पैसा कहां रखता है? क्या कोई तहखाना है? या किसी को देकर रखता है? इन्हीं सबका जवाब अब मिल गया है. Jio Hotstar पर रिलीज हुई डॉक्यूमेंट्री सीरीज ‘RBI Unlocked: Beyond the Rupee’ के जरिए देश ने पहली बार उस रहस्यमय जगह को देखा जहां भारत की असली दौलत छिपी हुई है- RBI का गोल्ड वॉल्ट.
यह कोई साधारण तिजोरी नहीं, बल्कि एक ऐसा भंडार है, जहां 12.5 किलोग्राम वजनी सोने की ईंटें लाइन में सजी हुई हैं, और हर ईंट की कीमत करोड़ों में है.
हर ईंट में कितना सोना है?
RBI के पास इस समय 870 टन सोने का भंडार है, जिसकी वैल्यू लगभग 85 बिलियन डॉलर (करीब ₹7 लाख करोड़ रुपये) से अधिक आंकी गई है. हर सोने की ईंट 12.5 किलोग्राम वजनी होती है और उसकी कीमत बाजार के हिसाब से ₹7 करोड़ से ₹8 करोड़ तक हो सकती है.
इतनी विशाल संपत्ति केवल दिखावे के लिए नहीं है, बल्कि यह देश की विदेशी मुद्रा भंडार सुरक्षा, आर्थिक स्थिरता और निवेशकों के आत्मविश्वास का मुख्य आधार है. डॉक्यूमेंट्री में RBI के अधिकारी कहते हैं, “देश बदलते हैं, सरकारें आती जाती हैं, लेकिन सोना कभी अपनी कीमत नहीं खोता.”
1991 की वो रात जब भारत ने गिरवी रख दिया था अपना सोना
बहुत कम लोगों को पता है कि आज जिस खजाने पर हम गर्व करते हैं, उसकी कहानी शुरू हुई थी एक संकट से. 1991 में भारत पर आर्थिक संकट इस कदर हावी था कि सरकार को 67 टन सोना विदेश में गिरवी रखना पड़ा. ये एक ऐसा समय था जब विदेशी मुद्रा भंडार एक हफ्ते की भी जरूरतों को पूरा करने के लिए नाकाफी था.
इसके बाद RBI ने सबक लिया और सोने के भंडार को बढ़ाना शुरू किया. यह आज का खजाना उसी दूरदर्शिता का नतीजा है.
कहां छिपा है भारत का खजाना?
RBI का गोल्ड वॉल्ट सिर्फ एक जगह नहीं, बल्कि देश के अलग-अलग हिस्सों में फैले हैं. इनमें सबसे सुरक्षित और गोपनीय जगहें हैं:
इनमें कुछ जगहों पर न केवल सोने को स्टोर किया जाता है, बल्कि यहीं भारत की मुद्रा छपाई और सिक्योरिटी पेपर प्रोडक्शन की भी व्यवस्था है.
नकली नोटों से लड़ाई
डॉक्यूमेंट्री में एक और चौंकाने वाला खुलासा किया गया- 2010 में RBI को जानकारी मिली थी कि देश में जो नकली नोट चल रहे थे, वो अंतरराष्ट्रीय स्तर के सिक्योरिटी फीचर्स वाले थे.
उस समय भारत विदेशी कंपनियों से नोटों के लिए सिक्योरिटी पेपर और इंक मंगाता था. इससे नकली नोटों के निर्माण की संभावनाएं बढ़ गई थीं.
RBI ने तुरंत निर्णय लिया और देश में ही नोट प्रिंटिंग के लिए सुविधाएं स्थापित कीं. आज के समय में- भारत के सभी नोट पूरी तरह स्वदेशी हैं. हर नोट में 50 से अधिक सिक्योरिटी फीचर्स होते हैं, जिनमें से कई आंखों से दिखाई भी नहीं देते. नकली नोटों से लड़ाई अब पहले से कहीं ज्यादा प्रभावशाली हो गई है.
पहली बार हुआ RBI का Unlock
डॉक्यूमेंट्री ‘RBI Unlocked’ में दिखाया गया है कि किस तरह से केंद्रीय बैंक:
1. ब्याज दरों का निर्धारण करता है
2. बैंकों की निगरानी करता है
3. आर्थिक नीति बनाता है
और सबसे महत्वपूर्ण- कैसे वह देश की जनता की वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करता है. RBI का यह खुलापन केवल डॉक्यूमेंट्री नहीं है, बल्कि एक नई पारदर्शिता की शुरुआत है.
RBI क्यों दिखा रहा है अपना खजाना?
इतिहास में पहली बार RBI ने इतना गोपनीय खजाना दुनिया के सामने खोला है. इसके पीछे तीन बड़े उद्देश्य हैं:
जैसे-जैसे भारत विश्व की टॉप 3 इकोनॉमीज़ की ओर बढ़ रहा है, वैसे-वैसे इसकी संस्थाओं का आत्मविश्वास भी बढ़ रहा है.
अगर आप भी इस ऐतिहासिक खजाने को देखना चाहते हैं, तो अभी Jio Hotstar पर ‘RBI Unlocked: Beyond the Rupee’ देखें. इसमें- सोने की तिजोरियों की रियल फुटेज, मुद्रा छपाई की आंतरिक प्रक्रिया, RBI के पूर्व डिप्टी गवर्नर, अधिकारियों और विशेषज्ञों के अंदरूनी खुलासे, और भारत की आर्थिक ताकत की पूरी कहानी है.