क्या आप जानते हैं कि अब आपको विदेश में पैसा भेजने या वहां से मंगवाने के लिए बैंक की लंबी कतारों और भारी-भरकम फीस से छुटकारा मिल सकता है? जी हां, इंडिया पोस्ट ने एक ऐसा कदम उठाया है जो करोड़ों भारतीयों के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है.
सोमवार को दुबई में लॉन्च हुए UPI-UPU इंटीग्रेशन प्रोजेक्ट ने क्रॉस बॉर्डर ट्रांजैक्शन की दुनिया में नया कदम रखा है. अब भारत का यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) सीधे जुड़ेगा यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (UPU) के इंटरकनेक्शन प्लेटफॉर्म से. इसका मतलब है- विदेश से पैसे भेजना और लेना अब होगा आसान, सस्ता और बेहद तेज.
क्या है ये नई सुविधा?
इस पहल को इंडिया पोस्ट, NPCI इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (NIPL) और यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (UPU) ने मिलकर तैयार किया है. केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 9 सितंबर को दुबई में आयोजित 28वें यूनिवर्सल पोस्टल कांग्रेस में इसका शुभारंभ किया.
अब तक विदेश से पैसा भेजने में हफ्तों लग जाते थे और हर बार मोटी कटौती झेलनी पड़ती थी. लेकिन इस नए सिस्टम से ट्रांसफर न सिर्फ मिनटों में होगा बल्कि फीस भी काफी कम लगेगी.
प्रवासी भारतीयों के लिए बड़ी राहत
इस सुविधा का सबसे बड़ा फायदा उन भारतीय कामगारों को होगा जो विदेशों में नौकरी करते हैं. अक्सर बैंक तक उनकी पहुंच आसान नहीं होती, और उन्हें मनी ट्रांसफर एजेंसियों के भरोसे रहना पड़ता है. लेकिन अब पोस्ट ऑफिस नेटवर्क के ज़रिए, जो दुनिया के 190 से अधिक देशों में फैला है, पैसा भेजना बेहद आसान हो जाएगा.
सिर्फ कामगार नहीं, बिजनेस और शॉपर्स को भी फायदा
विदेश से सामान मंगाने वाले ऑनलाइन शॉपर्स और छोटे व्यापारी भी इससे लाभान्वित होंगे. अब उन्हें पेमेंट्स क्लियर होने के लिए इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा.
पहले से मौजूद सेवाएं भी मिलेंगी
इंडिया पोस्ट पहले से ही मनीग्राम (MoneyGram) और वेस्टर्न यूनियन (Western Union) के जरिए पैसे भेजने और पाने की सुविधा देता है. लेकिन अब UPI-UPU इंटीग्रेशन के साथ ये प्रक्रिया और भी डिजिटल, आसान और सस्ती हो जाएगी.
कैसे मिलेगा पैसा?
क्यों है ये पहल खास?
UPI ने पहले ही भारत में डिजिटल पेमेंट्स की तस्वीर बदल दी है. अब पोस्ट ऑफिस और UPI का यह अंतरराष्ट्रीय गठजोड़ विदेश से पैसे भेजने और पाने की परिभाषा बदलने वाला है.