दुनिया का सबसे अमीर भिखारी! मुंबई की सड़कों पर भीख मांगकर बना 7.5 करोड़ का मालिक, आलीशान फ्लैट्स और दुकानों का मालिक, जानकर उड़ जाएंगे होश!

भरत जैन ने अपनी कमाई को बर्बाद करने की बजाय स्मार्ट निवेश का रास्ता चुना. उसके पास मुंबई के परेल इलाके में दो आलीशान फ्लैट्स हैं, जिनकी कुल कीमत 1.4 करोड़ रुपये है. इन फ्लैट्स में वह अपनी पत्नी, दो बेटों, भाई, और पिता के साथ रहता है.

दुनिया का सबसे अमीर भिखारी
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 01 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 4:47 PM IST

क्या आपने कभी सुना है कि सड़क पर भीख मांगने वाला शख्स करोड़पति बन सकता है? अगर नहीं, तो अपनी आंखें खोल लीजिए, क्योंकि मुंबई की व्यस्त सड़कों पर एक ऐसा इंसान रहता है, जिसने भीख मांगकर 7.5 करोड़ रुपये की संपत्ति खड़ी कर दी! भरत जैन, जिसे दुनिया का सबसे अमीर भिखारी कहा जाता है, ने अपनी मेहनत और स्मार्ट निवेश से ऐसा साम्राज्य बनाया कि बड़े-बड़े बिजनेसमैन भी हैरान हैं.

उनके पास 1.4 करोड़ के आलीशान फ्लैट्स, थाणे में किराए पर चलने वाली दुकानें, और एक स्टेशनरी बिजनेस है. लेकिन चौंकाने वाली बात? इतनी दौलत होने के बाद भी वह हर दिन 10-12 घंटे भीख मांगता है! 

गरीबी से शुरू हुआ सफर, आज है करोड़पति  
भरत जैन की जिंदगी की शुरुआत किसी बॉलीवुड फिल्म की तरह थी- गरीबी, भूख, और तंगहाली. मुंबई में जन्मे जैन का परिवार इतना गरीब था कि दो वक्त की रोटी और सिर पर छत भी मुश्किल से मिलती थी. पढ़ाई-लिखाई का तो सवाल ही नहीं था. लेकिन भरत ने हिम्मत नहीं हारी. पिछले 40 सालों से वह मुंबई की सड़कों पर, खासकर छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) और आजाद मैदान जैसे भीड़-भाड़ वाले इलाकों में भीख मांग रहा है.

उसकी कमाई सुनकर आप दंग रह जाएंगे- हर दिन 2000 से 2500 रुपये, यानी महीने में 60,000 से 75,000 रुपये! इतना पैसा तो कई नौकरीपेशा लोग भी नहीं कमा पाते. लेकिन जैन की कहानी सिर्फ भीख मांगने तक सीमित नहीं है- उसने अपनी कमाई को चतुराई से निवेश करके इसे कई गुना बढ़ाया.

किराए से लाखों की कमाई  
भरत जैन ने अपनी कमाई को बर्बाद करने की बजाय स्मार्ट निवेश का रास्ता चुना. उसके पास मुंबई के परेल इलाके में दो आलीशान फ्लैट्स हैं, जिनकी कुल कीमत 1.4 करोड़ रुपये है. इन फ्लैट्स में वह अपनी पत्नी, दो बेटों, भाई, और पिता के साथ रहता है.

इतना ही नहीं, थाणे में उसकी दो दुकानें हैं, जो हर महीने 30,000 रुपये का किराया देती हैं. यानी, भीख मांगने के अलावा उसके पास एक स्थिर आय का स्रोत भी है. इसके अलावा, जैन का परिवार एक स्टेशनरी बिजनेस भी चलाता है, जो उनकी संपत्ति को और बढ़ाता है. 

नहीं छोड़ा भीख मांगना  
भरत जैन ने न केवल अपनी जिंदगी को बदला, बल्कि अपने बच्चों का भविष्य भी सुनहरा बनाया. उसके दोनों बेटों ने मुंबई के एक प्रतिष्ठित कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ाई की और अब वह परिवार के स्टेशनरी बिजनेस में मदद करता है. 

एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में भीख का कारोबार 1.5 लाख करोड़ रुपये का है. जैन अकेला इंसान नहीं है. इकोनॉमिक्स टाइम्स के अनुसार, संभाजी काले (1.5 करोड़ की संपत्ति) और लक्ष्मी दास (1 करोड़ की संपत्ति) जैसे दूसरे भिखारी भी इस इंडस्ट्री में अपनी जगह बना चुके हैं.

हालांकि भारत में भीख मांगना गैरकानूनी है, और सरकार ने इसे रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं, जैसे जुर्माना, गिरफ्तारी, और पुनर्वास. लेकिन ये उपाय ज्यादा कारगर नहीं हुए, क्योंकि कई लोग भीख मांगना पसंद करते हैं और कुछ तो इसे एक संगठित रैकेट की तरह चलाते हैं.


 

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