मध्य प्रदेश के बैतूल में सरकारी स्कूल के बच्चे भी नीट और जेईई में परचम लहरा रहे हैं. सरकारी स्कूलों में निशुल्क कोचिंग करके गरीब परिवार के बच्चे डॉक्टर और इंजीनियर बनने का सपना साकार कर रहे हैं. इस बार आए नीट के रिजल्ट में भी बैतूल के सरकारी स्कूलों के छात्रों ने जलवा बिखेरा है. इस बार 17 बच्चों ने नीट की परीक्षा में सफलता हासिल की है. आपको बता दें कि सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों के लिए स्कूल में ही फ्री कोचिंग शुरू की गई थी.
NEET में 17 स्टूडेंट्स सफल-
बैतूल के सरकारी स्कूलों के 17 विद्यार्थियों ने नीट परीक्षा में सफलता हासिल कर जिले का नाम रोशन किया है. इस उपलब्धि के सम्मान में कलेक्ट्रेट कार्यालय में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने विद्यार्थियों को पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया.
कलेक्टर ने इस मौके पर छात्रों को बधाई देते हुए कहा आपकी मेहनत और संकल्प ने यह मुकाम दिलाया है. यह पूरे जिले के लिए गौरव की बात है. आगे भी आत्मविश्वास बनाए रखें और लक्ष्य की ओर बढ़ते रहें.
JEE में भी सफल हुए थे 86 बच्चे-
बैतूल के सरकारी स्कूल के छात्रों ने पहली बार नीट की परीक्षा में सफलता हासिल करने का कारनामा नहीं किया है, इससे पहले भी सरकारी स्कूल के छात्रों ने जेईई की परीक्षा में सफलता हासिल की थी. बैतूल के जिला शिक्षा अधिकारी डॉ अनिल कुशवाहा का कहना है कि सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों के लिए स्कूल में ही निशुल्क कोचिंग शुरू की गई थी. जिसमें 17 बच्चों ने नीट क्वालीफाई की है. इसके पहले जेईई में 86 बच्चे सफल हुए थे. यह कोचिंग 3 साल पहले शुरू की गई थी, जिसमें हर साल बच्चों को सफलता मिल रही है.
मिल सकता है 5 फीसदी आरक्षण का लाभ-
सरकारी स्कूल की छात्रा कल्पना ढाबड़े ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि उसने रोजाना 4 घंटे पढ़ाई की. अब सभी सफल विद्यार्थी NEET की काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग लेंगे. सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को प्रवेश प्रक्रिया में 5 फीसदी आरक्षण का लाभ मिल सकता है, जिससे मेडिकल कॉलेजों में दाखिले में सुविधा होगी.
(राजेश भाटिया की रिपोर्ट)
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