तेलंगाना के हैदराबाद की एक लड़की ने अनोखी पहल की है. स्कूल में पढ़ने वाली इस लड़की ने किताबों के जरिए युवाओं के जीवन में बड़ा बदलाव ला रही है. क्लास 9 में पढ़ने वाली आकर्षण सतीश नाम की एक इस लड़की ने सरकारी बाल सुधार गृह में लाइब्रेरी खोली है. आकर्षण ने अपनी ओपन लाइब्रेरी प्रोजेक्ट के तहत अब तक 24 लाइब्रेरी खोल चुकी है. आकर्षण हैदराबाद के बेगमपेट की पब्लिक स्कूल में पढ़ती है.
लाइब्रेरी में अलग-अलग भाषाओं की किताबें-
हैदराबाद के सरकारी बाल सुधार गृह की इस नई लाइब्रेरी में 720 किताबें हैं. इसमें तेलुगु, हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी की किताबें शामिल हैं. इसमें प्रेरक रचनाएं, उपन्यास, फिक्शन और नॉन-फिक्शन को साथ जनरल नॉलेज की किताबें भी हैं. ये लाइब्रेरी ना सिर्फ बाल सुधार गृह के बच्चों को पढ़ने के लिए मटेरियल उपलब्ध कराती है, बल्कि ये आत्म सुधार का रास्ता भी खोलती है.
अब तक खोल चुकी हैं 24 लाइब्रेरी-
आकर्षण सतीश पिछले कुछ सालों में तेलंगाना और तमिलनाडु में 24 लाइब्रेरी शुरू किए हैं. जिसमें 16300 से अधिक किताबें हैं. उनका अगला टारगेट 25वीं लाइब्रेरी खोलना है. आकर्षण ये लाइब्रेरी हैदराबाद मेट्रो स्टेशन पर खोलना चाहती हैं, ताकि हजारों मुसाफिरों को इन किताबों का फायदा हो सके.
कई लोगों से मिलती है मदद-
आकर्षण को कई लोगों से मदद भी मिलती है. इसमें प्रधानमंत्री कार्यालय तक शामिल है. लाइब्रेरी को नेशनल बुक ट्रस्ट ऑफ इंडिया की तरफ से 8 हजार किताबें मिली हैं. इसके अलावा पर्सनल डोनेशन भी मिलते हैं. तेलंगाना सरकार में महिला एवं बाल कल्याण मंत्री अनसूया सीताक्का ने आकर्षण के समर्पण की तारीफ की.
बाल सुधार गृह के लड़कों के लिए लाइब्रेरी किताबों की अलमारियों से बेहतर हैं. यह आशा, विकास और जीवन के प्रति एक नए एप्रोच का प्रतीक है. आकर्षण का ये कदम काफी सरल है, लेकिन काफी प्रभावी है. इसकी मदद से बच्चों की जिंदगी बदल सकती है.
हर नई लाइब्रेरी के साथ आकर्षण ना सिर्फ किताबों के लिए जगह बना रही है, बल्कि उन समुदायों में पढ़ने, सीखने और सशक्तिकरण की संस्कृति को बढ़ावा दे रही है, जिनको इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है.
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