NIT Hamirpur ने रचा इतिहास, छात्र को मिला 3.4 करोड़ का पैकेज

हिमाचल प्रदेश के एनआईटी हमीरपुर ने इतिहास रचा है. एक छात्र आर्यन मित्तल को 3.40 करोड़ रुपए का सालाना पैकेज मिला है. आर्यन मित्तल शिमला के रहने वाले हैं. आर्यन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (दोहरी डिग्री) के छात्र हैं.

NIT Hamirpur
gnttv.com
  • हमीरपुर,
  • 15 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 4:36 PM IST

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान एनआईटी हमीरपुर ने प्लेसमेंट के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। सत्र 2025-2026 में संस्थान ने 3.40 करोड़ रुपये के सर्वोच्च पैकेज के साथ शानदार शुरुआत की है. यह उपलब्धि इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (दोहरी डिग्री) के छात्र आर्यन मित्तल ने एक अंतरराष्ट्रीय फर्म में हासिल की है. छात्र आर्यन मितल के सबसे अधिक पैकेज मिलने पर एनआईटी संस्थान के डायरेक्टर सूर्यवंशी के अलावा रजिस्टरार अर्चना ननोटी ने भी खुशी जाहिर की है.

NIT हमीरपुर ने रचा इतिहास-
एनआईटी हमीरपुर में इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन (डुअल डिग्री) विभाग के स्टूडेंट शिमला निवासी आर्यन मित्तल ने प्लेसमेंट के अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. वह अमेरिकन मूल की एमएनसी में 3.40 करोड़ के सालाना पैकेज पर इंग्लैंड में सेवाएं देंगे. आर्यन का परिवार स्टेशनरी के कारोबार से जुड़ा है. इसके अलावा कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग से पिंजौर की मानसी जोशी को कंपनी में एक करोड़ रुपये का सालाना पैकेज मिला है. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर ने प्लेसमेंट के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. सत्र 2025-2026 में संस्थान ने 3.40 करोड़ रुपये के सर्वोच्च पैकेज के साथ शानदार शुरुआत की है. इस बार टेस्ला, अमेजन, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, एनवीडिया, जेपी मॉर्गन और सैमसंग नामी कंपनियों ने संस्थान के विद्यार्थियों में अपनी रुचि दर्शाई है.

NIT में पढ़ाई से सबकुछ हासिल हुआ- आर्यन
छात्र आर्यन मितल ने कहा कि एनआईटी में पढाई के कारण यह सब कुछ हासिल हो सका है और मुझे 3 करोड 40 लाख का सालाना पैकेज पर यूके में रोजगार मिला है. उन्होंने बताया कि इससे पहले भी 4 करोड का पैकेज मिल चुका है. लेकिन इस बार सबसे बढिया पैकेज मिल पाया है. जिससे बेहद खुश हूं. उन्होंने कहा कि एनआईटी प्रबंधन और सभी के सहयोग से सफतलता मिली है. उन्होंने बताया कि अपने लक्ष्य का प्राप्त करने के लिए डटकर पढते रहना चाहिए.

वहीं इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग एचओडी डा अश्वनी राणा ने सफलता का श्रेय पूरे स्टाफ की कड़ी मेहनत को दिया. उन्होंने कहा कि एनआईटी की प्लेसमेंट टीम और संकाय सदस्यों के योगदान भी इसमें महत्वपूण्र रहा है और छात्र आर्यन मितल की मेहनत रंग लाई है.

(अशोक राणा की रिपोर्ट)

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