Bhupendra Patel: इंजीनियर भूपेंद्र पटेल कैसे बने बिल्डर, पार्षद फिर गुजरात के सीएम ? जानें पूरी कहानी

62 साल के भूपेन्द्र पटेल दूसरी बार गुजरात में मुख्यमंत्री की शपथ ग्रहण करेंगे. पिछले साल सितंबर में गुजरात के पहली बार सीएम बनने थे. भूपेन्द्र पटेल ने अपने काम से एक अलग जगह बनाई है. आइए जानते हैं इंजीनियर भूपेंद्र पटेल कैसे बने पहले बिल्डर इसके बाद पार्षद फिर सीएम.

भूपेंद्र पटेल (फाइल फोटो)
मिथिलेश कुमार सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 12 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 12:07 PM IST
  • पाटीदार समाज से आने वाले भूपेन्द्र ने सिविल इंजीनियरिंग में किया है डिप्लोमा 
  • पिछले साल सितंबर में गुजरात के पहली बार सीएम बनने थे

62 साल के भूपेन्द्र पटेल दूसरी बार गुजरात में मुख्यमंत्री की शपथ ग्रहण करेंगे. पिछले साल सितंबर में गुजरात के पहली बार सीएम बनने थे. इससे पहले तक वे घाटलोडिया से विधायक थे और 2017 में पहली बार जीते थे, लेकिन बीते 15 महीनों में भूपेन्द्र पटेल ने अपने काम से एक अलग जगह बनाई है. आइए जानते हैं इंजीनियर भूपेंद्र पटेल कैसे बने पहले बिल्डर इसके बाद पार्षद फिर गुजरात के सीएम.

15 जुलाई 1962 को जन्मे भूपेन्द्र पटेल के पिता का नाम रजनीकांत और उनकी पत्नी का नाम हेतल पटेल है. उनके भाई का नाम केतन पटेल है. भूपेन्द्र पटेल के बेटे का नाम अनुज पटेल और पुत्र बहू का नाम देवांशी है. पाटीदार समाज से आने वाले भूपेन्द्र पटेल ने सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई में डिप्लोमा हासिल किया है. 

सबसे पहले आरएसएस से जुड़े
भूपेन्द्र पटेल सबसे पहले आरएसएस से जुड़े. डिप्लोमा इन सिविल इंजीनियरिंग करने के बाद बिल्डर का काम शुरू किया. 1995 में मेमनगर नगर पालिका के सदस्य का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. इसके बाद 1999 और फिर 2004 में फिर से भूपेन्द्र पटेल पालिका के सदस्य बने. इसी दौरान उन्हें 1999 से 2004 तक नगर पालिका प्रमुख बनने का भी मौका मिला. इसके बाद भूपेंद्र पटेल 2008 से 2010 तक अहमदाबाद नगर निगम के उपाध्यक्ष बने. 2015 से 2017 तक अहमदाबाद शहरी विकास बोर्ड के अध्यक्ष रहे. 2017 के चुनावों में पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल की सीट घाटलोडिया से चुनाव लड़े और 1.17 लाख मतों से जीत हासिल की. इस बार के चुनाव में उन्होंने और बड़ी जीत दर्ज की है. कांग्रेस की उम्मीदवार अमी याज्ञनिक को 1.92 लाख वोटों से हराया है.

एक अलग छवि बनाई
भूपेन्द्र पटेल काफी मृदु स्वभाव के व्यक्ति हैं. यही वजह है कि एक साल के कार्यकाल में ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की नजर में अपनी अलग छवि बना ली. आज उन पर दोनों नेताओं का भरोसा है. वैसे भूपेन्द्र पटेल को पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल का करीबी माना जाता है. बतौर मुख्यमंत्री जब भूपेन्द्र पटेल पोरबंदर में अवैध निर्माणों पर कार्रवाई की तो उन्हें बुलडोजर दादा भी कहा गया. पीएम मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान उनकी इस कार्रवाई की तारीफ की थी. भूपेंद्र पटेल गुजरात के पाटीदार हैं. पाटीदार आंदोलन को खत्म कराने में भी भूपेंद्र की अहम भूमिका रही. भूपेंद्र कई पाटीदार संगठनों के मुखिया भी हैं. 

कितनी संपत्ति है?
इस बार चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में भूपेंद्र पटेल ने अपनी संपत्ति का जिक्र किया है. इसके अनुसार, उनके पास कुल आठ करोड़ 22 लाख रुपए की संपत्ति है. भूपेंद्र पटेल के नाम कोई जमीन नहीं है लेकिन पत्नी हेतलबेन के नाम 16 लाख 30 हजार की जमीन है. उनके पास नकद रकम दो लाख 15 हजार 450 रुपए हैं जबकि पत्नी के पास तीन लाख 52 हजार 350 रुपए हैं. सीएम के पास करीब 25 लाख, जबकि उनकी पत्नी के पास 47 लाख 50 हजार रुपए के गहने हैं.

क्रिकेट-बैडमिंटन खेलने और देखने का शौक
राजनीति के अलावा भूपेन्द्र पटेल को क्रिकेट में काफी दिलचस्पी है. वे क्रिकेट देखते हैं. खाली समय में उन्हें क्रिकेट और बैडमिंटन को खेलना और देखना दोनों पसंद है. इसके अलावा वह नियमित योग करते हैं. भूपेंद्र को लोग दादा भी कहते हैं. 

 

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