सदी के महानायक अमिताभ बच्चन और उनकी पत्नी जया बच्चन आज इंडस्ट्री में एक सफल कपल के रूप में जाने जाते हैं. 52 साल पहले आज के ही दिन यानी 3 जून 1973 को जया और अमिताभ शादी के बंधन में बंधे थे. दोनों एक दूसरे का हाथ थामकर 7 जन्मों तक साथ रहने का वादा किया. चलिए आपको बिग बी और जया बच्चन की शादी के कुछ किस्से बताते हैं.
कैसे बनी ये जोड़ी?
1970 का दशक, जब भारतीय फिल्मों में एक बड़ा बदलाव आने वाला था. कोई नहीं जनता था कि एक दिन 6'2 फिट का आदमी जिसकी फिल्में लगातार फ्लॉप हो रही, वही इंसान एक दिन पूरे बॉलीवुड का माहानायक कहलाएगा. भारतीय सिनेमा को एक नई पहचान दिलाएगा. इस सफर में उनकी लेडी लक ने भी उनका खूब साथ दिया. किसी सेट या पार्टी में नहीं, बल्कि एक विज्ञापन में अमिताभ ने पहली बार जया को देखा और दिल हार बैठे थे. लेकिन उस वक्त वह नहीं जानते थे कि वह विज्ञापन वाली लड़की उनकी जीवन संगिनी बन जाएगी. अमिताभ ने गुड्डी फिल्म की शूटिंग के वक्त पहली बार जया को अमिताभ बच्चन ने सामने से देखा था. फिर धीरे-धीरे दोनों साथ में फिल्में करने लगे और नजदीकियां बढ़ने लगी. उस वक्त सोशल मीडिया तो था नहीं, तो जब दोनों को एहसास हुआ कि उनके बीच एक अनकहा रिश्ता पनप रहा है तो दोनों ने एक दूसरे को चिट्टी लिख पर अपने प्रेम का इजहार किया था.
पिता का फरमान, लंदन जाने से पहले शादी करो-
इसके बाद दोनों ने जून में शादी करने का फैसला किया था. लेकिन जब जंजीर फिल्म हिट हुई तो पूरी टिम ने लंदन घूमने जाने का प्लान बनाया. अब तय तो कर लिया था, टिकट भी फाइनल था. लेकिन जब अमिताभ के पिता हरिवंश राय बच्चन ने ट्रिप पर जाने से मना कर दिया. उन्होंने शर्त रखी कि अगर घूमने जाना है तो उनको पहले शादी करनी पड़ेगी. तब कपल ने परिवार, करीबी रिश्तेदार और दोस्तों की मौजूदगी में शादी कर ली, फिर तुरंत लंदन घूमने निकल गए.
पुजारी ने शादी कराने से इनकार किया था-
जया बच्चन की मां बंगाली रीति-रिवाज से बेटी की शादी करवाना चाहती थीं. लेकिन बंगाली पुजारी ढूंढने में मुश्किलें आ रही थी. काफी ढूंढने के बाद एक बंगाली पुरानी मिला. लेकिन जब उसको पता चला कि अमिताभ बच्चन ब्राह्मण नहीं हैं तो उसने शादी कराने से इनकार कर दिया. काफी मशक्कत के बाद मामला सुलझा लिया गया था. इसके बाद रात को शादी हुई और सुबह लंदन के लिए निकल गए. लंदन से लौटने के बाद भोपाल में रिसेप्शन दिया गया.
जया और अमिताभ बच्चन की लव स्टोरी किसी फिल्म से कम नहीं है. दोनों ने जीवन के सफर में एक दूसरे का खूब साथ निभाया है, फिर चाहे वह इमोशनल सपोर्ट की बात हो या फिर फाइनेंशियल सपोर्ट की बात हो. दोनों कपल सफल रिश्ते की मशाल हैं.
(ये स्टोरी अमृता सिन्हा ने लिखी है. अमृता जीएनटी डिजिटल में बतौर इंटर्न काम करती हैं)
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