विवेक अग्निहोत्री की फिल्म कश्मीर फाइल्स एक बार फिर से विवादों में घिरती नजर आ रही है. फिल्म को लेकर IFFI जूरी Nadav Lapid ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने फिल्म को वल्गर प्रोपेगैंडा बताते हुए हैरान और परेशान करने वाला बताया.
नदव लैपिड ने फिल्म की आलोचना करते हुए यह तक कह दिया यह फिल्म फेस्टिवल की प्रतियोगिता में शामिल भी किए जाने लायक नहीं थी. उन्होंने कहा कि यह फिल्म सिर्फ प्रचार के लिए ली गई थी. नादव ने कहा, 'इस फिल्म को देखकर हम सभी हैरान और परेशान थे. यह एक वल्गर फिल्म है. यह फिल्म एक प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के एक कॉम्पटेटिव सेक्शन के लिए सही नहीं है.'
बता दें कि 'द कश्मीर फाइल्स’11 मार्च 2022 को रिलीज हुई थी. फिल्म ने काफी अच्छा कारोबार किया था. इस फिल्म में कश्मीरी पंडितों के साथ हुए अत्यचार को दिखाया गया है. Nadav के इस बयान के बाद अनुपम खेर ने उनपर निशाना साधा. अनुपम खेर ने कहा कि भगवान उन्हें (नदाव को) सदबुद्धि दे.
कौन है नदव लैपिड?
बता दें कि नदव लैपिड 53वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के ज्यूरी हेड हैं जो इन दिनों भारत में खूब सुर्खियों में हैं. उन्होंने IFFI के समापन समारोह में ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म की आलोचना की, जिससे बॉलीवुड के कई स्टार, नेता और सोशल मीडिया यूजर्स नाराज हो गए हैं. उनके खिलाफ भारत में बायकॉट अभियान भी शुरू हो गया है.
नदव लैपिड, इजरायल के जाने माने डायरेक्टर और फिल्म मेकर हैं. उन्हें इस साल होने वाले इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया का ज्यूरी हेड चुना गया था. उन्होंने ज्यादातर शॉर्ट फिल्में और डॉक्यूमेंट्रीज बनाई हैं. उनके पॉपुलर प्रोजेक्ट में जीवीयुएल शामिल हैं. नदव की बनाई ‘द किंडरगार्टन टीचर’ और ‘लव लेटर्स टू सिनेमा’ उनकी पॉपुलर डॉक्यूमेंटरीज में से एक हैं.