‘बिग बॉस 19’ से मृदुल तिवारी का एविक्शन सभी को चौंकाने वाला रहा. घर में हुए एक टास्क में उन्हें सबसे कम वोट मिले, जिसके चलते उन्हें शो से बाहर होना पड़ा. अब शो से बाहर आने के बाद मृदुल ने अपने सफर, घरवालों के बर्ताव और अचानक हुए एविक्शन को लेकर खुलकर बात की है.
घर से बाहर आते ही इंडिया टुडे से बातचीत में उन्होंने साफ कहा कि उन्हें यह एलिमिनेशन जोक जैसा लगा. उन्होंने कहा, मैंने पूरी निष्ठा से 80 दिन जर्नी पूरी की. मेकर्स पर आरोप नहीं लगाऊंगा, लेकिन जब पता चला कि शो से मुझे इसलिए निकाला गया क्योंकि टास्क में आए 50 लोगों ने वोट नहीं किया, तो यह बहुत अनफेयर लगा.
पब्लिक वोटिंग की जगह 50 लोगों का फैसला
बिग बॉस ने इस सीज़न में एक ऐसा मिड-सीजन ट्विस्ट लाया, जिसने दर्शकों और कंटेस्टेंट दोनों को चौंका दिया. पब्लिक वोटिंग रोककर फैसला 50 बाहरी लोगों के हाथ में दे दिया गया. मृदुल ने सवाल उठाया, ये लोग कौन थे? उन्हें कैसे ब्रीफ किया गया? वे हमें कितना जानते थे? उन्होंने कहा कि जब उन्होंने शो में एंट्री की थी तो उन्हें भारी वोट मिले थे, इसलिए नॉमिनेशन में वह हमेशा पब्लिक सपोर्ट पाते.
सोशल मीडिया पर फैंस का गुस्सा फूट पड़ा.
लोगों ने लिखा-यह फैसला रिग्ड था, फॉर्मेट इसलिए बदला गया क्योंकि पब्लिक वोटिंग में मृदुल कभी बाहर नहीं होते. हालांकि मृदुल ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार किया, लेकिन सपोर्ट देखकर वह भावुक हो गए. उन्होंने कहा, लोगों ने मुझे कभी सपोर्ट करना बंद नहीं किया और जब उन्हें लगा कि मेरे साथ गलत हुआ है, तो उन्होंने खुलकर आवाज उठाई.
क्या 'सेलेक्टिव एलिमिनेशन' हो रहे हैं?
घर में उनके ग्रुप के प्रणीथ मोरे और गौरव खन्ना इस बात पर चर्चा करते दिखे कि उनके ग्रुप को हमेशा सख्त फैसलों का सामना करना पड़ता है, जबकि दूसरी तरफ के लोगों को बड़ी आसानी से बचा लिया जाता है. मृदुल भी इस बात से सहमत दिखे, जब दूसरी टीम नॉमिनेट हुई, तब कोई बाहर नहीं हुआ. लेकिन हमारे ग्रुप के लोगों के साथ दुखद एलिमिनेशन हुए. समझ नहीं आया ऐसा क्यों हो रहा था.
फरहाना और कुनिका से सॉफ्ट गुडबाय
मृदुल के बाहर निकलने का सबसे वायरल पल था, उनका फरहाना भट और कुनिका सदानंद से शांत और विनम्र अंदाज में माफी मांगना. कई दर्शकों ने कहा कि यह उनकी अच्छी परवरिश का संकेत है. इस पर मृदुल ने कहा, संभव है कि वे अच्छे लोग हों. शो में गेम के लिए ऐसा किया हो. इसलिए मुझे लगा कि वहीं चीजें खत्म कर देना बेहतर है. हालांकि मुझे कैप्टेंसी के दौरान काफी बुली किया गया.
गौरव में बड़े भाई जैसे
गौरव के साथ बॉन्डिंग पर मृदुल ने कहा, लोगों ने चाहे जैसे भी देखा हो, लेकिन मेरे लिए गौरव बड़े भाई जैसे थे. उन्होंने हर कदम पर मेरा मार्गदर्शन किया और ट्रॉफी के मामले में उनकी राय बिल्कुल साफ है, मेरे बाद सिर्फ गौरव ही ट्रॉफी डिजर्व करते हैं. वे सीधे, विनम्र हैं और कभी किसी का अपमान नहीं करते. अगर कोई और जीतता है, तो मुझे वो विनर नहीं लगेगा.
वीकेंड का वार में सलमान खान ने कहा था कि उनकी ‘फ्लाइट कभी टेक-ऑफ नहीं हुई’. इस सवाल पर मृदुल ने मुस्कुराते हुए कहा, आप देख रहे हैं कि मेरी फ्लाइट कितनी ऊपर है. मुझे जो प्यार मिल रहा है, वही मेरा असली टेक-ऑफ है. उन्होंने यह भी कहा कि शो में न दिखाए जाने वाली बात उन्हें हमेशा अजीब लगती रही. क्या दिखने के लिए फर्नीचर तोड़ूं? मैं वही कर रहा था जो सब कर रहे थे, फिर भी पता नहीं क्यों मुझे नहीं दिखाया गया.