राजस्थान सरकार ने रक्षाबंधन के मौके पर बहनों को 9 और 10 अगस्त को रोडवेज बस में निशुल्क यात्रा की सौगात दी है. ऐसे में रोडवेज बसों में एक दिन पहले से ही भारी भीड़ देखने को मिली. यात्री बस के गेट पर लटक कर जान जोखिम में डालकर सफर करते दिखे. त्योहार के मौके पर बस स्टैंड पर बसों की कमी नजर आई. चारों तरफ भीड़ का आलम है. इस संबंध में जब अधिकारियों से बातचीत की गई, तो उन्होंने कहा कि स्टाफ की व्यवस्था नहीं है इसलिए बसों की कमी है.
कबसे मिलेगा तोहफा
रक्षाबंधन के मौके पर अपने भाइयों की कलाई पर बहने राखी बांधने के लिए जाती हैं. ऐसे में रोडवेज ने 9 और 10 अगस्त को 2 दिन बहनों को निशुल्क यात्रा का तोहफा दिया है. 8 तारीख की रात 12 बजे बाद से महिलाओं को इस छूट का फायदा मिलेगा. लेकिन उससे एक दिन पहले ही राजस्थान के सभी बस स्टैंड पर लोगों की भारी भीड़ नजर आई. बसें खचाखच भर कर चल रही है.
बस के लिए यात्रियों की लंबी लाइन
बस स्टैंड पर बस आने से पहले ही यात्री उसमें चढ़ने के लिए दौड़ लगाते नजर आए. अलवर केंद्रीय बस स्टैंड से दो डिपो संचालित होते हैं. अलवर और मत्स्य नगर अगर डिपो में हालत खराब नजर आए. सुबह से ही बस स्टैंड पर हजारों की संख्या में यात्रियों की भीड़ दिखाई दी. रोडवेज ने रक्षाबंधन के मौके पर अतिरिक्त बसें चलाने की बात कही थी. लेकिन बस स्टैंड पर ड्राइवर की कमी के चलते बसों की कमी नजर आई.
महिलाओं का मिलेगा जीरो टिकट
अलवर से 80 से ज्यादा रूटों पर बसों का संचालन होता है. राजस्थान सरकार की छूट की योजना केवल राजस्थान सीमा में लागू रहेगी. अलवर सीमावर्ती जिला है. इसलिए बड़ी संख्या में बसें यहां से दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, जम्मू कश्मीर सहित अन्य राज्यों में जाती हैं. केवल राजस्थान की सीमा में ही बहनों को निशुल्क यात्रा की सुविधा मिलेगी. इस दौरान महिलाओं को जीरो का टिकट दिया जाएगा. रोडवेज के अधिकारियों ने कहा कि यात्रियों को किसी भी तरह की दिक्कत न हो, उसके लिए पर्याप्त इंतजाम करने के प्रयास किया जा रहे हैं. अतिरिक्त बसें लगाई है, लेकिन स्टाफ की कमी के कारण थोड़ी दिक्कत हो रही है. त्योहार के चलते बड़ी संख्या में लोग यात्रा के लिए बस स्टैंड पर पहुंच रहे हैं. इसलिए भीड़ के चलते हालात ज्यादा खराब है.
-हिमांशु शर्मा की रिपोर्ट