Mental Health Tips: ओवरथिंकिंग से बचने के लिए पाठ करें इन पांच मंत्रों का...मन को शांत रखने में मिलेगी मदद

हम चाहते हैं कि ओवरथिंकिंग न करें लेकिन यह हमारे बस में नहीं होता. नहीं चाहते हुए भी मन उन ही बातों को सोचता है जिससे हम बचना चाहते हैं. चलिए जानते हैं कि वह कौन से मंत्र हैं जो ओवरथिंकिंग करने से हमें रोक सकती हैं.

gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 01 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 3:32 PM IST
  • ओवरथिंकिंग से बचने के लिए पाठ करें इन पांच मंत्रों
  • मंत्र की ध्वनि वाइब्रेशन दिमाग को रिलैक्स करती है

दरअसल मंत्र उच्चारण करने के पीछे एक साइंस है. जब भी हम मंत्र पढ़ते हैं तब पूरे ध्यान से पढ़ते हैं, जिससे हार्मोन में बदलाव आता है, मसल्स ढीले होने लगते हैं और दिमाग में डोपामाइन न्यूरोट्रांसमीटर रिलीज होता है. डोपामाइन शरीर को खुश रखने और शांत करने का काम करता है जिससे ओवरथिंकिंग को रोकने में मदद मिलती है.

आइए जानते हैं उन मंत्रों के बारे में 

ॐ शांति शांति शांति- यह मंत्र मन को तुरंत शांत करने के लिए सबसे बेस्ट है
इस मंत्र का मतलब होता है, शांति शरीर में, शांति मन में और शांति हमारे आसपास. यह मंत्र तनाव, गुस्सा, घबराहट और बेचैनी को कम करता है. सोते टाइम या फिर जब भी ज्यादा सोच हो तब 21 या 51 बार आप इस मंत्र को मन में पढ़ना चालू कर देंगे तो आप ओवरथिंकिंग से बच सकते है.
पढ़ने का तरीका- धीरे-धीरे लंबी सांस के साथ ॐ बोलें और फिर शांति तीन बार. जितना सांस अंदर लेकर बोलेंगे, उतना असर बढ़ेगा.

ॐ नमः शिवाय- यह नकारात्मक विचारों को दूर करने वाला मंत्र
यह पंचाक्षरी मंत्र मन को भीतर से मजबूत करता है. शिव ऊर्जा से जुड़ा यह मंत्र डर, तनाव और ओवरथिंकिंग को रोक कर मन की शांति बढ़ाता है. जब भी आपका दिमाग किसी बात को लेकर परेशान हो, बस 2 से 3 मिनट ॐ नमः शिवाय का जाप करें, मन को तुरंत हल्का महसूस होगा.
पढ़ने का तरीका- इस मंत्र को भी गहरी सांस के साथ पढ़ें. ॐ के साथ गहरी सांस अंदर लीजिए और नमः शिवाय के साथ धिरे-धिरे सांस बाहर की ओर छोड़े.

गायत्री मंत्र 'ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।' 
गायत्री मंत्र दिमाग को सबसे तेज हील करता है साथ ही मन, बुद्धि और आत्मा को शक्ति देने वाला मंत्र माना जाता है. इसे पढ़ने से दिमाग की ऊर्जा पॉजिटिविटी के साथ काम करने लगती है और नकारात्मक या ओवरथिंकिंग नहीं करती है. यह मंत्र याद रखने की शक्ति को बढ़ाता है और दिमाग को फोकस्ड बनाने में मदद करता है.
पढ़ने का तरीका- साफ सफाई वाली जगह बैठकर कम से कम 5 से 11 बार पढ़ें. पढ़ते समय सिर्फ अपनी सांस पर ध्यान रखें और भगवान शिव के स्वरूप शिवलिंग पर.

ॐ मणि पद्मे हूं- मानसिक शांति का बौद्ध मंत्र है
अगर आप बुद्ध के विचारों को मानते हैं, तो यह मंत्र ओवरथिंकिंग या नेगेटिविटी को आपके जीवन से हटाने में मदद करता है और दया, शांति, करुणा को मन में जगाता है. अगर ओवरथिंकिंग के कारण चिड़चिड़ापन, गुस्सा या बेचैनी बढ़ जाती है, तो इस मंत्र का जाप बहुत असरदार साबित हो सकता है. यह मंत्र दिल और दिमाग दोनों को शांत करता है.
पढ़ने या सुनने का समय- कभी भी पढ़ या सुन सकते हैं. खासकर तब जब लगे की चीजें आपके हाथ से बाहर निकल रही हैं और गुस्सा आए.

कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने प्रणत: क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नमः
दिल और दिमाग दोनों को शांत और मन को हल्का करने का सबसे फास्ट मंत्र है. जब कोई बात सिर पर चढ़ जाए, मन बिल्कुल अशांत हो और कुछ न समझ आए. तो यह मंत्र काम आता है. यह शरीर का तनाव और टॉक्सिक विचार को बाहर निकालता है साथ ही मन में पॉजिटिविटी भरता है. भगवान कृष्ण का यह मंत्र पढ़ने और सुनने दोनों ही तरीके से असरदार है, जो तुरंत शरीर को शांति की तरफ ले जाता है.
पढ़ने का तरीका- शाम के समय, या जब भी दिमाग लगातार किसी बात को सोचता जा रहा हो.

मंत्र क्यों शांत करते हैं मन?

  • मंत्र की ध्वनि वाइब्रेशन दिमाग को रिलैक्स कर ओवरथिंकिंग को धीमा करती है.
  • मंत्रों के उच्चारण दिल की धड़कन नॉर्मल रहती है.
  • इससे सांसों की रफ़्तार कम होने लगती है जिससे चिंता घटती है.
  • दिमाग में पॉज़िटिव हार्मोन रिलीज होते हैं.
  • विचारों का दबाव टूटता है और ओवरथिंकिंग कम होती है.

यदि आप रोज इन मंत्रों में से कोई भी एक मंत्र पढ़ना शुरू कर दें, तो आप महसूस करेंगे कि आपकी ओवरथिंकिंग धीरे-धीरे कम हो रही है और आपका मन पहले से ज्यादा शांत, स्थिर और हल्का होने लगा है.

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