भारत में डेंगू का खतरा एक बार फिर तेजी से बढ़ रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, 31 अगस्त 2025 तक देशभर में 49,573 मामले और 42 मौतें दर्ज की जा चुकी हैं. अकेले दिल्ली में अब तक 964 केस मिले हैं, उत्तर प्रदेश में 1,646 और हरियाणा में 298 मामले सामने आए हैं.
अगर पिछले साल के आंकड़ों पर नज़र डालें तो 2024 में 2,33,519 डेंगू केस और 297 मौतें हुई थीं. यानी स्थिति अभी उतनी गंभीर नहीं है, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री जे. पी. नड्डा ने दिल्ली-एनसीआर की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में चेतावनी दी है कि राज्यों को सतर्क रहना होगा. उन्होंने कहा कि लंबे समय तक बरसात और जगह-जगह जलभराव डेंगू के मामलों में अचानक उछाल ला सकते हैं.
क्यों बढ़ता है डेंगू का खतरा बरसात में?
डेंगू मच्छर से फैलने वाला वायरल इंफेक्शन है. बारिश के मौसम में जलभराव और नमी की वजह से मच्छरों को पनपने के लिए अनुकूल माहौल मिल जाता है. यही कारण है कि जुलाई से अक्टूबर तक डेंगू के मामले सबसे ज्यादा सामने आते हैं.
डेंगू एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है. यह मच्छर दिन में ज्यादा सक्रिय होता है और खासकर सुबह व शाम काटता है.
डेंगू के लक्षण
डेंगू के लक्षण मच्छर के काटने के 4 से 10 दिन बाद दिखाई देते हैं. इसके आम लक्षण हैं:
ध्यान रहे, कुछ मामलों में डेंगू गंभीर रूप भी ले सकता है जिसे डेंगू हैमरेजिक फीवर कहा जाता है. इसमें प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से गिरती है, आंतरिक रक्तस्राव और ब्लड प्रेशर लो होने का खतरा रहता है. समय पर इलाज न मिलने पर यह जानलेवा भी साबित हो सकता है.
डेंगू से बचाव के आसान तरीके
डेंगू से रिकवरी के दौरान क्या करें?
अगर आपको डेंगू हो गया है तो घबराने की बजाय सही कदम उठाना बेहद जरूरी है.
डेंगू हर साल बरसात में अपनी दस्तक देता है और हजारों लोगों को प्रभावित करता है. इस बार अभी तक मामले कम हैं, लेकिन आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं. जरूरी है कि हम पहले से सावधानी बरतें. घर के आसपास पानी न जमा होने दें, मच्छरों से बचाव करें और अगर लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
याद रखिए, डेंगू से बचाव ही सबसे बड़ा इलाज है.