दुनियाभर में लोगों ने 21 जून 2025 को 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस "योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ" थीम के साथ मनाया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्ताव के बाद 2015 में यह दिन मनाना शुरू हुआ. इस वैश्विक उत्सव का उद्देश्य योग के शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है. आइए, रोज़ाना योग के उन लाभों को समझते हैं जो वैज्ञानिक रूप से सिद्ध भी हैं.
शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार
योग सिर्फ व्यायाम नहीं है बल्कि एक लाइफस्टाइल है जो शरीर के विभिन्न तंत्रों को मजबूत करता है. साइंटिफिक रिसर्च के अनुसार, नियमित योग मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत करता है. इससे जोड़ों का दर्द कम होता है और आसन बेहतर होता है. प्राणायाम जैसी सांस लेने की तकनीकें फेफड़ों की क्षमता बढ़ाती हैं. यह शरीर के अंदर खून के बहाव को सुधारता है और थकान कम करता है.
उदाहरण के लिए, ताड़सन (Mountain Pose) और भुजंगासन (Cobra Pose) जैसे आसन रीढ़ को ज्यादा लचीला बनाते हैं और डेस्क जॉब करने वालों के लिए विशेष रूप से लाभकारी हैं. योग दिल को स्वास्थ्य को भी बेहतर करता है. यह ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को काबू में लाता है जिससे दिल की बीमारियों का जोखिम कम होता है.
मानसिक तनाव और चिंता से मुक्ति
आधुनिक जीवन की भागदौड़ में तनाव और चिंता आम समस्याएं हैं. योग इनसे निपटने का एक प्रभावी उपाय है. रिसर्च से पता चला है कि योग कॉर्टिसॉल (तनाव हार्मोन) के स्तर को कम करता है. ध्यान और गहरी सांस लेने की प्रक्रिया नर्वस सिस्टम (Nervous System) को शांत करती है. इससे मन शांत और केंद्रित रहता है. नियमित योग से सेरोटोनिन (खुशी का हार्मोन) का स्तर बढ़ता है. इससे मूड बेहतर होता है और अवसाद के लक्षण कम होते हैं. सुखासन (Easy Pose) में गहरी सांस लेना या बालासन (Child’s Pose) करना तनाव को तुरंत कम करने में मदद करता है.
एनर्जी में वृद्धि
आज की लाइफस्टाइल में नींद न आना और थकान होना बड़ी समस्याएं हैं. योग इनसे राहत दिलाने में कारगर है. शवासन (Corpse Pose) और प्राणायाम जैसी प्रथाएं नींद की गुणवत्ता में सुधार करती हैं. योग शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाता है. इससे दिनभर ऊर्जा का स्तर बना रहता है. एक अध्ययन के अनुसार, जो लोग रोज़ाना 20 मिनट योग करते हैं वे ज्यादा सतर्क और उत्साहित महसूस करते हैं. यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है जो लंबे समय तक बैठकर काम करते हैं.
कम्युनिटी के साथ जुड़ाव
इस साल की थीम "योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ" पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य के बीच संतुलन पर जोर देती है. योग हमें प्रकृति के साथ जुड़ने और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी सिखाता है. बाहर खुले में योग करने से मानसिक शांति बढ़ती है और प्रकृति के प्रति सम्मान जागता है.
कैसे शुरू करें योग?
योग शुरू करने के लिए आपको महंगे उपकरण या विशेष प्रशिक्षण की जरूरत नहीं है. एक योग मैट और शांत जगह काफी है. शुरुआती लोगों के लिए ताड़सन, मार्जर्यसन-बिटिलसन (Cat-Cow Pose) और शवासन जैसे आसन आसान और प्रभावी हैं. ऑनलाइन कक्षाएं या स्थानीय योग सत्रों में शामिल होकर आप इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना सकते हैं.