Health News: क्या हमें मल्टीविटामिन लेना चाहिए? क्या होते हैं इसको लेने के रिस्क... जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

जानिए लोग मल्टीविटामिन क्यों लेते हैं, इनके फायदे और जोखिम क्या हैं. विशेषज्ञों की राय समझें कि क्या सप्लीमेंट ज़रूरी हैं या हमें प्राकृतिक आहार से ही विटामिन लेने चाहिए.

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gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 26 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 10:02 AM IST

आजकल मल्टीविटामिन कैप्सूल और सप्लीमेंट्स लेना आम बात हो गई है. टीवी, इंटरनेट और सोशल मीडिया पर इनके विज्ञापन लगातार दिखते हैं. दावा किया जाता है कि ये शरीर को मजबूत बनाते हैं, थकान दूर करते हैं और रोज़मर्रा की पोषण की कमी पूरी करते हैं. लेकिन क्या वाकई ये ज़रूरी हैं? आइए जानते हैं।

लोग मल्टीविटामिन क्यों लेते हैं?

  • पोषण की कमी पूरी करने के लिए – कई बार भागदौड़ भरी जिंदगी और फास्ट फूड की वजह से संतुलित आहार लेना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में लोग सोचते हैं कि मल्टीविटामिन से कमी पूरी हो जाएगी.
  • ऊर्जा और इम्युनिटी बढ़ाने के लिए – थकान, कमजोरी या बार-बार बीमार पड़ने पर लोग इनका सहारा लेते हैं.
  • ब्यूटी और स्किन के लिए – कई विज्ञापनों में दावा किया जाता है कि मल्टीविटामिन लेने से त्वचा चमकदार होती है और बाल मजबूत बनते हैं.
  • डॉक्टर की सलाह पर – गर्भवती महिलाएं, बुज़ुर्ग और लंबे समय से बीमार लोग अक्सर डॉक्टर की सलाह पर सप्लीमेंट लेते हैं.

मल्टीविटामिन लेने के जोखिम
हालांकि मल्टीविटामिन सुनने में सुरक्षित लगते हैं, लेकिन इनके कुछ जोखिम भी हैं:

  • ओवरडोज़ का खतरा – शरीर को जितने विटामिन की ज़रूरत है, उससे ज्यादा लेने पर उल्टा नुकसान हो सकता है.
  • साइड इफेक्ट्स – ज्यादा मात्रा में विटामिन A से लीवर को नुकसान, विटामिन C से पेट खराब, और विटामिन E से खून पतला होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
  • गलत धारणा – कई लोग सोचते हैं कि मल्टीविटामिन लेने से वे जो चाहें खा सकते हैं और डाइट की परवाह नहीं करनी पड़ेगी, जबकि हकीकत यह है कि असली पोषण केवल संतुलित आहार से मिलता है.
  • दवाइयों से इंटरैक्शन – कुछ सप्लीमेंट्स, ब्लड प्रेशर या शुगर जैसी दवाओं के असर को बदल सकते हैं.

विशेषज्ञों की क्या राय है?
डॉक्टरों का मानना है कि स्वस्थ व्यक्ति, जो संतुलित आहार लेता है, उसे अतिरिक्त मल्टीविटामिन की ज़रूरत नहीं होती. डायटीशियन और न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स कहते हैं कि फल, सब्ज़ियां, अनाज, दालें और दूध जैसे प्राकृतिक स्रोतों से मिलने वाले विटामिन और मिनरल्स ही शरीर को सबसे अच्छे तरीके से काम आते हैं.

हालांकि ये कुछ मामलों में ज़रूरी होते हैं. जैसे गर्भवती महिलाएं, 50 साल से ऊपर के लोग, विटामिन D की कमी से पीड़ित या गंभीर बीमारी से जूझ रहे लोगों को डॉक्टर मल्टीविटामिन लेने की सलाह दे सकते हैं.

क्या हमें मल्टीविटामिन लेना चाहिए या प्राकृतिक स्रोत से पोषण पाना चाहिए?
प्राकृतिक स्रोत सबसे बेहतर होता है. संतुलित आहार जिसमें मौसमी फल, हरी सब्ज़ियां, दालें, दूध, अंडा और साबुत अनाज शामिल हों, सबसे सुरक्षित और फायदेमंद तरीका है. सप्लीमेंट सिर्फ जरूरत पर लेने चाहिए. यदि आपकी डाइट पर्याप्त नहीं है, या डॉक्टर ने टेस्ट कर कमी बताई है, तभी मल्टीविटामिन लें. बिना सलाह के लंबे समय तक सप्लीमेंट्स लेने से नुकसान ज़्यादा और फायदा कम हो सकता है.

 

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