Raju Srivastava Health Update: क्या होती है ब्रेन डेड की स्थिति, जिससे जूझ रहे कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव

Raju Srivastava Health Update: जब किसी व्यक्ति को ब्रेन डेड घोषित किया जाता है, तो इसका मतलब है कि वह कानूनी रूप से मर चुका है. उसका मृत्यु प्रमाण पत्र ब्रेन डेड वाली तारीख को ही जारी किया जाएगा, बेशक उसकी सांसें दो दिन बाद तक भी चलती रहें.

Raju Srivastava
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 18 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 7:24 PM IST
  • जब किसी व्यक्ति को ब्रेन डेड घोषित किया जाता है, तो इसका मतलब है कि वह कानूनी रूप से मर चुका है.
  • ब्रेन डेड में इंसान सांस नहीं ले पाता है.

पिछले 9 दिन से अस्पताल में भर्ती कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव की हालत एक बार फिर बिगड़ गई है. इस बीच सोशल मीडिया पर उनके निधन की खबरें वायरल हो रही हैं. उनके परिवार ने पुष्टि की है कि राजू अभी वेंटिलेटर पर हैं और लोगों को किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान नहीं देना चाहिए. डॉक्टरों ने बताया है कि राजू श्रीवास्तव का ब्रेन लगभग डेड की स्थिति में है और उनका हार्ट भी ठीक से काम नहीं कर रहा है. राजू श्रीवास्तव से मिलने उनके दोस्त और रिश्तेदार अस्पताल पहुंच रहे हैं.

यह खबर जानने के बाद सभी के मन में सवाल उठ रहा है कि आखिर ब्रेन डेड होता क्या है? हमारे ब्रेन यानी दिमाग में ऐसा क्या हो जाता है कि उसे मरा हुआ मान लिया जाता है.

क्यों कहा जाता है ब्रेन डेड

ब्रेन डेड वह स्थिति होती है, जिसमें दिमाग किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देना बंद कर देता है. हालांकि किसी व्यक्ति के ब्रेन डेड होने के बाद भी उसका दिल धड़कता रह सकता है. लेकिन शरीर दिमाग के उस हिस्से द्वारा संचालित की जा रही गतिविधियां करना बंद कर देता है. जैसे बॉडी मूवमेंट, आंखों की पुतलियों का रेस्पॉन्स ना देना आदि. ब्रेन डेड की स्थिति में शरीर में दिमाग सिर्फ काम नहीं करता है लेकिन बाकी अंग जैसे लीवर, हार्ट और किडनी काम करते हैं. ब्रेन डेड व्यक्ति आपको सोता हुआ दिखाई पड़ सकता है. ब्रेन डेड में इंसान सांस नहीं ले पाता है. इसलिए मरीज को वेंटिलेटर पर रखा जाता है ताकि उनकी सांस चलती रहें. इससे व्यक्ति का शरीर तो जिंदा रहता है लेकिन उसकी चेतना जीवित नहीं होती. एक व्यक्ति जो ब्रेन डेड है, वह पलक नहीं झपका सकता है. जब किसी व्यक्ति को ब्रेन डेड घोषित किया जाता है, तो इसका मतलब है कि वह कानूनी रूप से मर चुका है. उसका मृत्यु प्रमाण पत्र ब्रेन डेड वाली तारीख को ही जारी किया जाएगा, बेशक उसकी सांसें दो दिन बाद तक भी चलती रहें. ब्रेन डेड में कुछ मरीज कुछ घंटे ही जी पाते हैं तो कुछ कई दिन तक सर्वाइव करते हैं. 

कब होता है ब्रेन डेड

दिमाग की मौत तब हो सकती है जब मस्तिष्क में रक्त और ऑक्सीजन की आपूर्ति बंद हो जाती है. दिमाग की कोशिकाएं दोबारा उत्पन्न नहीं होती हैं. स्ट्रोक, दिल का दौरा, या सिर पर लगी चोट के कारण जब मस्तिष्क की कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, तो इस स्थिति में ब्रेन डेथ हो जाता है. राजू श्रीवास्तव को 10 अगस्त को दिल का दौरा पड़ा था. उनके हार्ट के एक बड़े हिस्से में 100 फीसदी ब्लॉकेज था. अस्पताल में भर्ती कराने के बाद राजू श्रीवास्तव का MRI किया गया था, जिसमें सिर की एक नस दबी होने की बात कही गई.

 

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