महिला सुरक्षा को लेकर बिहार पुलिस व बिहार सरकार एक बड़ा कदम उठा रही है. राज्य के सभी जिलों में थानास्तर पर अभया ब्रिगेड गठित किए जाने का आदेश जारी हुआ है. सरकार के निर्देश पर यह फैसला गया है कि हर जिले में महिलाओं और छात्राओं की सुरक्षा के लिए विशेष दस्ते बनाए जाएंगे. इन टीमों का नेतृत्व एक महिला सब-इंस्पेक्टर करेंगी और टीम में कुल चार लोग होंगे. एक महिला निरीक्षक, एक महिला सिपाही और दो पुरुष सिपाही. टीमों को स्कूटी या अन्य वाहन प्रदान किए जाने का प्रस्ताव गृह विभाग को भेजा जाएगा.
बिहार पुलिस ने बनाया स्पेशल दस्ता
अभया ब्रिगेड का मुख्य काम उन हॉट स्पॉट्स की पहचान करना होगा जहां आमतौर पर महिलाओं/ बच्चियों के साथ छेड़-छाड़, पीछा या अन्य तरह की बदसलूकी होती रही है जैसे स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान, हॉस्टल, पार्क, मॉल, रेलवे स्टेशन, बाजार, चौक-चौराहा आदि. इन स्थानों पर दस्ते वर्दी या सादे कपड़ों में गश्त करेंगे, मनचलों की पहचान करेंगे और तुरंत विधिसम्मत कार्रवाई करेंगे.
सड़क छाप रोमियो से निपटेगी अभया ब्रिगेड
अगर कोई व्यक्ति खासतौर पर नाबालिग बार-बार शिकायतों में पाया गया तो उसका नाम ईव टीजर में डाला जाएगा. नाबालिगों को संदर्भित मामलों पर काउन्सलिंग दी जाएगी. अगर वही नाबालिग बार-बार शिकायतों में पाया जाता है, तो उस पर संज्ञान लेकर Juvenile Justice Board (JJB) को रिपोर्ट भेजी जाएगी.
हर महीने एक्शन टेकन रिपोर्ट भेजी जाएगी
ब्रिगेड की टीमें स्कूलों, कॉलेजों, हॉस्टलों और कोचिंग-संस्थानों से सीधे संपर्क करेंगी. छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों व प्रशासन से संवाद स्थापित कर हॉट-स्पॉट्स की जानकारी जुटाएंगी. साथ ही, महिलाओं/ छात्राओं को आपातकालीन नंबर जैसे 112 के बारे में जागरूक करेंगी. प्रत्येक दिन गश्त पर निकलने से पहले थाना में वरीय अधिकारी द्वारा ब्रीफिंग होगी, और चीजों के सुचारू संचालन की समीक्षा संबंधित DSP करेंगे. हर महीने एक्शन टेकन रिपोर्ट सीनियर अफसर को भेजी जाएगी.
रिपोर्ट-शशि भूषण