एयर इंडिया के अहमदाबाद हादसे को लेकर अब नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने विस्तृत जांच शुरू कर दी है. जांच के दायरे में फ्यूल लोडिंग रिकॉर्ड, इंजन परफॉर्मेंस, टेकऑफ के समय के थ्रस्ट डेटा, फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम और पायलटों के बीच संवाद शामिल हैं. इसके लिए ब्लैक बॉक्स, यानी फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर को एनााइज किया जाएगा. एयर ट्रैफिक कंट्रोल के साथ हुई बातचीत और घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीदों के बयान भी जांच का अहम हिस्सा होंगे.
बोइंग देगा पूरा सहयोग
बोइंग के चेयरमैन और सीईओ केली ऑर्टबर्ग ने कहा कि उन्होंने एयर इंडिया के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन से बात की है और जांच में हरसंभव सहयोग देने का भरोसा दिया है. बोइंग ने एक एक्सपर्ट्स की टीम जांच एजेंसियों की मदद के लिए तैयार की है. इसके साथ ही ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने कहा कि ब्रिटिश एयर एक्सीडेंट्स इन्वेस्टिगेशन ब्रांच की एक टीम भारत भेजी गई है और जांच में सहयोग की पेशकश की गई है.
ब्रिटेन सरकार ने पीड़ितों के प्रति संवेदना जताई है. ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी संवेदनाएं सभी यात्रियों और उनके परिवारों के साथ हैं. अमेरिका और कनाडा की एजेंसियों ने भी जांच में सहयोग देने की पेशकश की है. अहमदाबाद विमान हादसे की जांच अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गंभीरता से की जा रही है. भारत के DGCA और AAIB की अगुवाई में कई देशों की विशेषज्ञ टीमें इसमें सहयोग कर रही हैं. आने वाले दिनों में ब्लैक बॉक्स डेटा और तकनीकी विश्लेषण के जरिए यह स्पष्ट हो सकेगा कि इस दुर्घटना के पीछे तकनीकी खामी थी या किसी इंसान की गलती.