Census in India: पहली बार डिजिटल प्लेटफॉर्म से होगी जनगणना, घर बैठे खुद भर पाएंगे जानकारी, लॉन्च होगी खास वेब पोर्टल

इस बार जनगणना के लिए कई तरह की तैयारियां हो रही हैं. इस बार जनगणना डिजिटल तरीके से होगी. इस बार खुद लोग अपनी जानकारी दे पाएंगे. जनगणना करने वाले कर्मचारी नागरिकों का डेटा मोबाइल ऐप से लेंगे. जनगणना के लिए खास वेबसाइट भी बनेगी. इस पर लोग खुद से अपनी जानकारी भर पाएंगे.

Census (Photo/Meta AI)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 08 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 1:26 PM IST

हर 10 साल बाद जनगणना होती है. लेकिन इस बार कोरोना काल की वजह से जनगणना 16 साल बाद हो रही है. भले ही जनगणना देर से हो रही है, लेकिन इस बार इसमें कुछ नया देखने को मिलेगा. इस बार जातीय जनगणना होगी. इसके अलावा इस बार ये भी सुविधा मिलेगी कि लोग खुद की गणना कर सकेंगे. जनगणना के लिए एक वेब पोर्टल लॉन्च किया जाएगा. इसमें एक प्रावधान यह है कि लोग अपने घर से ही ऑनलाइन माध्यम से जनगणना पोर्टल पर अपनी जानकारी दे सकेंगे.

खुद भी गणना कर सकेंगे लोग-
यह देश में पही बार होगा कि नागरिकों को एक वेब पोर्टल के जरिए खुद की गणना करने का मौका मिलेगा. इसको लेकर एक पोर्टल लॉन्च किया जाएगा. इस पोर्टल पर लोग अपना रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे. इसके बाद अपना और अपने परिवार के बारे में पूरी जानकारी दे सकेंगे. इसके जरिए लोग जनगणा में शामिल सभी सवालों के जवाब भर करके सबमिट कर सकेंगे. ऐसे में जनगणना में शामिल कर्मचारियों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा.

कर्मचारी भी मोबाइल से जुटाएंगे डेटा-
देश की पहली डिजिटल जनगणना में गणना करने वाले कर्मचारी अपने एंड्रॉइड और ऐप्पल फोन पर मोबाइल एप्लिकेशन का इस्तेमाल करके नागरिकों का डेटा एकत्र करेंगे. इसका मतलब है कि जनगणना कर्मचारी घर-घर जाकर मोबाइल से ही डेटा जुटाएंगे और उसे रियल टाइम अपलोड कर देंगे. सरकार का मानना है कि इससे डेटा हासिल करने में आसानी होगी. इसके साथ ही उसका आसानी से विश्लेषण भी किया जा सकेगा.

पहले रजिस्ट्रेशन करना होगा-
डिजिटल जनगणना की पहल जनगणना प्रोसेस को आधुनिक बनाने की दिशा में बदलाव के लिए एक बड़ा कदम है. पोर्टल पर पहले लोगों को रजिस्ट्रेशन करके प्रोफाइल बनानी होगी. इसके बाद डिटेल भरकर सबमिट करना होगा. यह सुविधा दो चरणों में मिलेगी. पहले राउंड में हाउस लिस्टिंग होगी. पहले उसके संबंध में लोग जानकारी देंगे. इसके बाद जनगणना के दौरान अपने और परिवार के बारे में डिटेल दे सकेंगे.

जनगणना 1 मार्च 2027 को शुरू होगी. केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के साथ हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के बर्फीले इलाकों में एक क्टूबर 2026 को शुरू होगी.

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