पंजाब के मोहाली में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के होस्टल की छात्राओं का नहाते हुए वीडियो वायरल होने के बाद शनिवार से हड़कंप मचा हुआ है. हॉस्टल की छात्राओं का आरोप है कि एमबीए की एक छात्रा ने बाथरूम में नहाती छात्राओं का वीडियो बनाया और फिर उसे अपने शिमला में रहने वाले बॉयफ्रेंड को भेज दिया. इस कांड के बाद कई तरह के तथ्य सामने आ रहे हैं, हालांकि इसको लेकर सभी के अपने-अपने दावे हैं. लेकिन उससे पहले इस पूरी घटना का घटनाक्रम जान लीजिए.
क्या है घटनाक्रम?
16 सितंबर यानी शुक्रवार को दोपहर 3 बजे 5 लड़कियों ने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी हॉस्टल वार्डन से शिकायत की एक छात्रा ने नहाते वक्त उनकी वीडियो बनाई है. शिकायत के बाद जब वार्डन ने वीडियो बनाने वाली छात्रा से पूछताछ की तो उसने वीडियो बनाने की बात कबूली और बताया कि वो उसने वीडियो बनाकर शिमला के सन्नी को भेजी है. दिन भर जब यूनिवर्सिटी की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई तो, लड़कियों ने सुबह 3 बजे हंगामा करना शुरू कर दिया. हंगामा देख यूनिवर्सिटी ने जब पुलिस बुलाई तो लड़कियां पुलिस से भिड़ गईं और पुलिस की गाड़ियां तोड़ जिसके बाद पुलिस ने लड़कियों पर लाठीचार्ज किया. यूनिवर्सिटी प्रबंधन पर भी मामले को दबाने के आरोप लगाए जा रहे हैं.
शुरुआती जांच में पता चला कि छात्रा ने खुद का वीडियो बनाकर भेजने के बाद डिलीट कर दिया था. जब छात्रा के फोन से हॉस्टल प्रशासन ने लड़के से बात की तो उसने वीडियो के स्क्रीनशॉट भेज दिए. वहीं छात्रा ने दूसरी छात्राओं के सामने ये बात कबूली की उसे वीडियो भेजने के लिए लड़के ने दबाव डाला था. उसके बाद पुलिस ने हिमाचल निवासी आरोपी छात्रा और लड़के को शिमला से गिरफ्तार कर लिया. लड़के के वीडियो एक दोस्त को भेज दिया था. फिलहाल पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया है. इस यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में 4000 छात्राएं रह रही हैं. वहीं मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. इस बीच पुलिस ने एसआईटी से जांच कराने की घोषणा की.
आत्महत्या की कोशिश को झुठला रही यूनिवर्सिटी
इस घटना में 60 लड़कियों के वीडियो वायरल होने की बात कही जा रही है. घटना की बाद 7 लड़कियों के आत्महत्या की कोशिश करने का अनुमान है, वहीं चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के उपकुलपति डॉ. आरएस बावा ने कहा ये सब अफवाह है किसी भी लड़की ने ऐसा कदम उठाने की कोशिश नहीं की है. उन्होंने कहा कि घटना में किसी भी लड़की को अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया है. हालांकि हॉस्टल में कई एंबुलेंस को आते देखा गया है.
महिला अफसर की 3 सदस्यीय SIT गठित
फिलहाल पंजाब सरकार के निर्देश पर इस मामले के लिए 3 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है. पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि इस विशेष जांच दल की तीनों सदस्य महिला पुलिस अधिकारी हैं. सीनीयर आईपीएस अधिकारी गुरप्रीत कौर देव इस एसआईटी की अध्यक्षता करेंगी. इस मामले में फिलहाल आरोपी लड़की समेत 2 को गिरफ्तार कर लिया गया है.
लड़कियों को आ रहे धमकी भरे कॉल
शिमला से गिरफ्तार दोनों लड़कों को मोहाली पुलिस के CIA दफ्तर में रखा गया है. जबकि आरोपी लड़कों को कहीं और रखा गया है. इस केस का अब इंटरनेशनल कनेक्शन निकलकर भी सामने आ रहा है. यूनिवर्सिटी की कुछ लड़कियों ने दावा किया है कि उन्हें Manitoba, Canada के नंबर +1 (204) 819-9002 से धमकी भरे फोन आ रहे हैं. वहीं यूनिवर्सिटी में दोबारा कोई प्रदर्शन या कोई बवाल हो इसके लिए कैंपस में भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है.