उत्तर प्रदेश (UP) में 4 नवंबर 2025 से स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (विशेष गहन पुनरीक्षण) यानी एसआईआर (SIR) प्रक्रिया जारी है, जो फरवरी 2026 तक चलेगी. इसके तहत बीएलओ घर-घर जाकर मतदाताओं की जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं. इस प्रक्रिया की पारदर्शिता के लिए चुनाव आयोग राजनीतिक दलों से अपने बूथ लेवल एजेंट भेजने को कहता है. कांग्रेस पार्टी देश भर में चुनावों में वोट चोरी का आरोप लगाती रहती है और राहुल गांधी दिल्ली में वोट चोरी के मुद्दे पर बड़ी रैली करने जा रहे हैं. इसके बावजूद उत्तर प्रदेश में हो रही एसआईआर प्रक्रिया में कांग्रेस ने ज्यादातर सीटों पर अपने एजेंट तक नहीं भेजे हैं. चुनाव आयोग की ओर से वोटर्स की सूची सुधारने के लिए की जा रही इस प्रक्रिया में भारतीय जनता पार्टी (BJP), समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने सभी सीटों पर अपने एजेंट भेजे, लेकिन कांग्रेस ने बहुत कम सीटों पर एजेंट दिए हैं.
कम एजेंट भेजने पर कांग्रेस पर उठ रहे सवाल
कम एजेंट भेजने के सवाल पर कांग्रेस के प्रवक्ता का जवाब है कि एजेंट न देने का कारण संगठनात्मक कमजोरियां हैं, जबकि बीजेपी इसे कांग्रेस की रणनीति बताती है. उधर, समाजवादी पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं को पीडीए प्रहरी के रूप में प्रशिक्षित कर वोट बचाने की पूरी तैयारी कर ली है. इस बीच कांग्रेस की इस स्थिति को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि वे अपने ही आरोपों के बीच यूपी में एजेंट तैनात करने में इतनी देरी क्यों कर रही है. एसआईआर की प्रक्रिया के अंतर्गत अंतिम मतदाता सूची फरवरी में जारी होगी और इसके बाद 2027 में विधानसभा चुनाव होंगे. इस पूरे मामले में कांग्रेस की पोल खुलती दिख रही है कि वोट की असल चिंता उनके पास यूपी में नहीं है. बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि वोट चोरी का ढिंढोरा पीट रहे और BLA नहीं दे पाए हैं.
सभी दल अपने-अपने एजेंट करें नियुक्त
मुख्य निर्वाचन अधिकारी (यूपी) नवदीप रिणवा ने कहा कि बीजेपी, सपा और बसपा के मुकाबले अभी तक कांग्रेस का BLA एजेंट का नंबर काफी कम है. हमने गत 29 अक्टूबर को पहली बैठक की थी. सभी राजनीतिक दलों से अनुरोध किया था कि पहले सभी अपने BLA एजेंट अप्वाइंट कर दें. फिलहाल चार लाख से अधिक BLAएजेंट आ गए हैं. यूपी में 162000 से ज्यादा बूथ हैं. हमारा आग्रह है सभी राजनीतिक दलों से की सभी बूथों पर अपने-अपने एजेंट वे नियुक्त करें, जिससे बेहतर ढंग से SIR की प्रक्रिया हो सके.
अभी तक किसी भी दल ने 100% BLA एजेंट नियुक्त नहीं किए हैं लेकिन सबसे अधिक बीजेपी और नंबर दो पर समाजवादी पार्टी और नंबर तीन पर बसपा के एजेंट नियुक्त हो चुके हैं. बीजेपी, सपा और बसपा के मुकाबले कांग्रेस का नंबर काफी कम है. नवदीप रिणवा ने कहा कि हम लगातार राजनीतिक दलों से कह रहे हैं कि वे हमारा सहयोग करें और बूथ लेवल एजेंट नियुक्त करें. इलेक्शन कमीशन की तरफ से मिलीं जानकारी के मुताबिक अभी तक बीजेपी ने 156015 बीएलए, सपा ने 112309 और बसपा ने 100169 BLA नियुक्त कर दिए हैं. कांग्रेस की तरफ से यूपी में अभी तक केवल 16538 BLA ही नियुक्त किए गए हैं. अन्य दलों में अपना दल (S) ने 713, CPI (M) ने 55 बीएलए नियुक्त किए हैं.