अभी तक आपने गांव में प्रेमिका से मिलने गए प्रेमी के पकड़े जाने पर उसके साथ बुरी तरह मारपीट या हत्या की कहानी पढ़ी और सुनी होगी. लेकिन आज आपको उत्तर प्रदेश के आगरा के एक गांव की ऐसी कहानी पढ़ाएंगे जहां प्रेमी प्रेमिका को रंगे हाथों पकड़ने के बाद उनकी तुरंत मौजूदा हालात और कपड़ों में मंदिर के अंदर गांव वालों ने शादी करवा दी. यह किस्सा गांव की पंचायत तक पहुंच जाएगा शायद प्रेमी लक्ष्मण और प्रेमिका प्रीति ने कभी सोचा भी नहीं होगा. फतेहाबाद के पटलुआपुरा गांव में रहने वाले 22 साल के लक्ष्मण सिंह और शाहबेद गांव की 20 साल की प्रीति की लव-स्टोरी मोबाइल शॉप से शुरू हुई थी.
एक साल पहले जब प्रीति का मोबाइल टूट गया था, तो उसे ठीक कराने वो उसी दुकान पर पहुंची जहां लक्ष्मण काम करता था. बस, यहीं से शुरू हुआ नंबरों का लेन-देन और धीरे-धीरे बातों का ताना-बाना मोहब्बत में बदल गया.
गांव वालों की पकड़ में आई प्रेम-कहानी
प्रीति ने लक्ष्मण को मिलने बुलाया था. लक्ष्मण 8 किलोमीटर की दूरी तय कर गांव पहुंचा. दोनों खेत में मिल ही रहे थे. गांव के कुछ ग्रामीणों की नज़र दोनों प्रेमी प्रेमिका पर पड़ गई और बात पकड़ी गई. फिर क्या था? गांव वाले पहुंचे और दोनों को पकड़कर सीधे मंदिर ले गए.
पकड़ाई में प्रेम, विदाई में ब्याह
गांव वालों ने तय कर लिया था कि अब इस प्रेम को विवाह का नाम देना ही पड़ेगा. लेकिन ट्विस्ट तब आया जब लक्ष्मण ने बताया कि उसकी सगाई चार महीने पहले किसी और लड़की से हो चुकी है, इसलिए उसके घरवाले शादी के खिलाफ हैं. साथ ही, प्रीति के परिवार को पहले से ही सब पता था, जानकारी के मुताबिक लड़के वालों ने दहेज में ₹5 लाख मांगे, तो उन्होंने शादी से हाथ पीछे खींच लिए थे.
गांव में बने देवी मां के मंदिर में रचाई शादी
गांव वालों के दबाव में लड़का और लड़की दोनों तैयार हो गए. कपड़े वही पहने थे, दिल के इरादे नए थे. मंदिर में भगवान को साक्षी मानकर जयमाल डली, सिंदूर भरा गया और प्रीति को लक्ष्मण के साथ विदा कर दिया गया.
बाइक पर हुई विदाई
लड़के की ओर से मामा राजकुमार और लड़की की ओर से फूफा राजेश ने नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया. आशीर्वाद के बाद बाइक स्टार्ट हुई और प्रीति लक्ष्मण के साथ मामा के गांव को रवाना हो गई.
लक्ष्मण और प्रीति की शादी के संबंध में एक शपथ पत्र भी तैयार हुआ जिसमें प्रेमी प्रेमिका की शादी के बारे में शपथ पूर्वक बयान किया गया है. शपथ पत्र सक्षम अधिकारी, जिला आगरा के के पद नाम से तैयार किया गया है, जिसमें लक्ष्मण कुमार पुत्र ओमकार सिंह निवासी ग्राम खामनी, मौजा रोहईखुर्द, तहसील फतेहाबाद, जिला आगरा ने स्पष्ट रूप से कहा है कि
1. प्रीति पुत्री पवन कुमार के साथ वह स्वेच्छा से, बिना किसी दबाव, जोर-जबरदस्ती या नशे की हालत में नहीं, बल्कि पूरी समझदारी और होश में शादी कर रहे हैं.
2. दोनों ने माना कि वे एक-दूसरे को पति-पत्नी के रूप में मानते हैं और जीवन भर साथ निभाने को तैयार हैं.
3. शेरावाली मंदिर में अपने-अपने माता-पिता की उपस्थिति में 24 जून को वैदिक मंत्रों के साथ विवाह किया गया.
4. भविष्य में एक-दूसरे को अपना वैवाहिक जीवनसाथी मानते हुए समाज के सामने एक आदर्श जोड़ा बनकर रहने की बात कही गई है.
5. यह भी उल्लेख किया गया कि दोनों पक्षों में पहले से कोई विवाहिक बंधन नहीं है.
-अरविंद शर्मा