दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास गत सोमवार की शाम Hyundai i20 में ब्लास्ट के बाद पुलिस ने जांच तेज कर दी है. पुलिस के हाथ बड़ी सुराग लगी है. पुलिस ने जांच में पाया है कि संदिग्धों के पास हुंडई i20 के अलावा एक और लाल रंग की फोर्ड कार थी. इस कार की तलाश में दिल्ली पुलिस की पांच टीमें अलग-अलग इलाकों में जुटी हुई थी. यूपी से लेकर हरियाणा तक में अलर्ट जारी किया गया था. संदिग्ध लाल फोर्ड इकोस्पोर्ट कार (नंबर DL10CK0458) को फरीदाबाद पुलिस ने बरामद कर लिया है. यह कार खंदावली गांव के पास खड़ी मिली.
इस कार की बरामदगी जांच में अहम साबित हो सकती है. पुलिस इस गाड़ी से जुड़े अन्य सुरागों की भी तलाश कर रही है. पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि इस कार को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है. दिल्ली पुलिस और अन्य केंद्रीय एजेंसियों को इसकी जानकारी दे दी गई है. दिल्ली ब्लास्ट के दिन इसी लाल इकोस्पोर्ट में एक संदिग्ध सवार था. वह आई-20 कार में सवार संदिग्धों से बात भी कर रहा था. स्पेशल सेल के एक अधिकारी ने बताया कि ये दोनों कारें बदरपुर बॉर्डर से एक साथ ही दिल्ली घुसी थीं. साथ ही चांदनी चौक व लालकिले के आसपास एक साथ घूम रही थी.
जांच में यह आया सामने
दिल्ली पुलिस ने लाल रंग की फोर्ड इकोस्पोर्ट कार (नंबर DL10CK0458) को लेकर अलर्ट जारी किया था. पुलिस जांच में सामने आया है कि यह कार साल 2017 में राजौरी गार्डन के पते पर रजिस्टर्ड हुई थी. यह कार उमर उन नबी उर्फ उमर मोहम्मद के नाम पर दर्ज है. यह कार फाइनेंस कराई गई थी. इस कार का 15 फरवरी 2026 को इंश्योरेंस खत्म हो रहा है. कार का फिटनेस 21 नवंबर 2032 तक वैलिड है. इस कार की अंतिम सर्विसिंग साल 2024 में श्रीनगर में हुई थी. इससे पुलिस को यह शक है कि गाड़ी को कश्मीर से दिल्ली तक किसी नेटवर्क के जरिए लाया गया होगा.
दिल्ली में फर्जी एड्रेस के आधार पर खरीदी है फोर्ड इकोस्पोर्ट कार
दिल्ली पुलिस ने जांच में पाया है कि उमर उन नबी उर्फ उमर मोहम्मद ने फोर्ड इकोस्पोर्ट कार को दिल्ली में एक फर्जी एड्रेस के आधार पर खरीदी है. कार राजौरी गार्डेन आरटीओ से रजिस्टर्ड है और इसमें पता सीलमपुर का है. दिल्ली पुलिस की एक टीम मंगलवार को इस पते पर गई थी लेकिन पता चला कि गाड़ी खरीदते समय फर्जी पता दिया गया था. यह कार अभी कहां है, इसके बारे में कुछ पता नहीं चल रहा है.
दिए गए थे निर्देश
फोर्ड इकोस्पोर्ट कार की तलाश को लेकर दिल्ली पुलिस के साथ उत्तर प्रदेश और हरियाणा पुलिस को भी अलर्ट किया गया था ताकि यदि यह कार दिल्ली से बाहर निकल चुकी हो तो उसे रोका जा सके. सभी टीमों को गाड़ी के नंबर DL10CK0458, मॉडल फोर्ड इकोस्पोर्ट (लाल रंग) और उमर के नाम की जानकारी भेजी गई थी. टोल नाकों से भी कार की जानकारी जुटाई जा रही थी. पुलिस को निर्देश दिए गए थे कि किसी भी लाल फोर्ड ईकोस्पोर्ट, विशेषकर नंबर DL10CK0458 को तुरंत रोका और पकड़ा जाए. बाहर पेट्रोलिंग पर या पिकेट पर तैनात सभी स्टाफ को पूरी तरह से सशस्त्र रहने के आदेश दिए गए थे.
जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ रहे तार
आपको मालूम हो कि 10 नवंबर 2025 को लाल किले के पास विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. घायलों को लोक नायक जयप्रकाश (LNJP) अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस मामले की जांच एनआईए को सौंपी गई है. एनआईए की टीम ब्लास्ट साइट की जांच कर रही है. जिन गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है उसकी भी जांच की जा रही है. इस ब्लास्ट के बाद दिल्ली की सभी एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर अर्धसैनिक बलों के साथ-साथ बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हैं. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के तहत शहर में आने-जाने वाले वाहनों की गहन तलाशी ली जा रही है. लाल किला ब्लास्ट के तार जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ रहे हैं. सुरक्षा एजेंसियों के जांच के दायरे में अब दो टेलीग्राम ग्रुप्स भी आ गए हैं. बताया जा रहा है कि फर्जदान-ए-दारुल उलूम (देवबंद) और उमर बिन खत्ताब, आतंकी इन टेलीग्राम ग्रुप्स से जुड़े हुए थे. जांच में पता चला है कि पाकिस्तान में बैठे जैश के आका इसे हैंडल कर रहे हैं.