Success Story: कैसे पान बेचकर पढ़ाया बेटी को.. आज गृह मंत्रालय में तैनात, जानें श्वेता भगत की कहानी

कमजोर पारिवारिक आर्थिक हालत के लड़ते हुए गया की लड़की ने पास की यूपीएससी परीक्षा. परिवार की आर्थिक मजबूती के लिए पिता ने खेती छोड़ खोली पान की दुकान.

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gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 22 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 12:03 PM IST

गया की एक मेहनती लड़की ने परिवार की कमजोर आर्थिक हालात से लड़ते हुए, वो मुकाम हासिल कर लिया जहां पहुंचने का कई लोग सपना देखते रहते हैं. इस लड़की का नाम है श्वेता भगत जिन्होंने वो मिसाल कायम की जिसकी तारीफ हर कोई कर रहा है. वह बिहार के गया की रहने वाली हैं. उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा को पास कर गृह मंत्रालय में राजभाषा अधिकारी का पद हासिल किया है.

कहां से पूरी की पढ़ाई
गया की इस लड़की ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा को कोलकाता के सरकारी स्कूल से पास किया है. जिसके बाद कोलकाता विश्वविद्यालय के एमए की डिग्री प्राप्त की. जिसके बाद 2024 में यूपीएससी की परीक्षा को पास किया. और दिसंबर में इनकी पोस्टिंग इंदौर में हुई. लेकिन बिहार के गया से यह कोलकाता कैसे पहुंची और क्यों वहां से पढ़ाई अपनी इसके पीछे भी एक कारण है.

पिता की मजबूरी ले गई कोलकाता
श्वेता के पिता सुशील भगत पहले गांव में खेती का काम करते थे. लेकिन वह उसमें इतना ज्यादा नहीं कमा पाए, जिसके कारण आर्थिक कमजोरी महसूस हुई. इसके बाद उन्होंने फैसला लिया कि वह कोलकाता जाएंगे और वहां पान बेचेंगे. 

धीरे-धीरे वहां उनकी दुकान चल पड़ी और ठीक-ठाक कमाई होने लगे. जिसके बाद उन्होंने कोलकाता में एक घर किराए पर ले लिया. साथ ही श्वेता को भी कोलकाता बुला लिया. उस समय उनकी उम्र 10 साल से भी कम रही होगी.

दिन-रात करते रहे मेहनत
अपने परिवार के लालन-पोषण के लिए सुशील दिन-रात कड़ी मेहनत करते रहे. जिसका फल है कि आज श्वेता एक राजभाषा अधिकारी हैं. अधिकारी बनने के बाद श्वेता पहली बार अपने गांव अमेठी पहुंची. जहां पूरे गांव ने उनका जोर-शोर से स्वागत किया. श्वेता कहती है कि उनकी सफलता उनके गांव के लिए एक गर्व का पल है. साथ ही जिस सोसायटी से वह आती हैं, वह आर्थिक रूप से कमजोर है. कोलकाता में वह अनुवादकों के घर में रही है, जिन्होंने उन्हें राजभाषा अधिकारी बनने की प्रेरणा दी.

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